अमेठी में यहां संचालित हो रहे हैं हाईटेक रैन बसेरे, आप भी हैं जरूरतमंद तो ले सकते हैं लाभ 

आदित्य कृष्ण/अमेठी: यदि आप निराश्रित हैं या फिर आपको आपातकालीन स्थिति में रहने के लिए छत नहीं मिल रही है. तो अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. जी हां, अमेठी के अलग-अलग स्थान पर प्रशासन द्वारा रैन बसेरे की शुरुआत कर दी गई है. इन रैन बसेरे में 24 घंटे सुविधाओं का लाभ लिया जा सकता है. अत्याधुनिक तरीके से बनाए गए रैनबसेरे को अलग-अलग तहसीलों में आम जनमानस के ठहरने के लिए बनाया गया है की और इन रेन बसेरों में सभी सुविधाएं हैं.

अमेठी जिले के गौरीगंज जिला मुख्यालय पर चौक बाजार के साथ-साथ असैदापुर कटरा लालगंज गौरीगंज के अलावा मुसाफिरखाना तहसील परिसर के साथ मुसाफिरखाना नगर पंचायत परिसर में रैन बसेरा संचालित किया गया है. अमेठी शहर के रेलवे स्टेशन के अलावा अमेठी नगर पंचायत में निराश्रित आश्रय गृह की शुरुआत की गई है.

एक साथ सैकड़ो लोग कर सकते हैं निवास

आपको बता दें कि अलग-अलग रैनबसेरे में बड़ी संख्या में बेड रखवाए गए हैं. इसके साथ ही ठंडियों से बचाव के लिए कंबल के साथअलाव की व्यवस्थाएं रैन बसेरे में मौजूद है. गौरीगंज में 50,मुसाफिरखाना में 40, तिलोई में 60, अमेठी नगर पंचायत में 68 बेड के साथ जगदीशपुर विकासखंड में 70 बेड़ो की व्यवस्था निराश्रितआश्रयग्रह में की गई है.

रैंन बसेरे में मौजूद है कई सुविधाएं

रैन बसेरे के संचालक राघवेंद्र प्रताप सिंह बताते हैं कि यहां पर सभी सुविधाएं के साथ महिलाओं के लिए महिला केयर टेकर के के साथ आपातकालीन स्थिति में चिकित्सा व्यवस्था के साथ रहने और खाने की सुविधा रैंन बसेरे में मौजूद है. रैन बसेरे में रहने के लिए आने वाले आगन्तुकको अपने आधार कार्ड नाम और अपने अस्थायीपतें को बताना होगा. उसके बाद वह 24 घंटे के किसी भी समय में यहां पर रह सकता है.

वहीं जिला आपदा विशेषज्ञ और प्रभारी प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि रैन बसेरे में सभी सुविधाएं आम जनमानस के लिए मौजूद हैं. शासन की तरफ से मिले निर्देश के बाद सख्त निर्देश जारी किए गए हैं कि कोई भी ऐसा व्यक्ति जो निराश्रित है असहाय है या उसे जरूरत है वह सड़क पर रात ना व्यतीत करे. समय समय पर रैन बसेरे का निरीक्षण कर वहां पर आवश्यक सुविधाओं को बढ़ाने के निर्देश दिए जाते हैं.

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