लंबे समय बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक-दूसरे के आमने-सामने होंगे. वहीं, सीएम नीतीश ने खुद बुधवार को ऐलान किया कि वह अमित शाह के नेतृत्व में होने वाली बैठक में शामिल होंगे.
अमित शाह CM नीतीश (Photo Credit: Newsstate Bihar Jharkhand)
highlights
- अमित शाह के साथ होगी नीतीश की मीटिंग
- सभी अटकलों पर CM नीतीश ने लगाया विराम!
- कांग्रेस की हार पर जमकर बोले CM
Patna:
एक तरफ बिहार की सियासत दिन-ब-दिन गर्म होती दिख रही है तो वहीं दूसरी तरफ लंबे समय बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक-दूसरे के आमने-सामने होंगे. वहीं, सीएम नीतीश ने खुद बुधवार को ऐलान किया कि वह अमित शाह के नेतृत्व में होने वाली बैठक में शामिल होंगे. दरअसल, 10 दिसंबर को पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक पटना में हो रही है. बता दें कि इस बैठक में अमित शाह शामिल होंगे, जबकि सीएम नीतीश के साथ झारखंड, पश्चिम बंगाल और अन्य पूर्वी राज्यों के मुख्यमंत्री आ सकते हैं. वहीं बता दें कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी होने के नाते अमित शाह और नीतीश कुमार ने पिछले कई महीनों से एक-दूसरे के साथ कोई बैठक नहीं की थी. ऐसे में इस बैठक को लेकर चर्चा थी कि सीएम नीतीश इस बैठक शामिल होंगे या नहीं, लेकिन नीतीश कुमार ने सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा है कि, ”यह एक संवैधानिक प्रक्रिया है और वह बैठक में जरूर शामिल होंगे.”
वहीं आपको बता दें कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर बोलते हुए आगे उन्होंने कहा कि, ”एक राज्य में कांग्रेस की जीत हुई है. चुनाव में ऐसे नतीजे आते रहते हैं. पहले राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस थी, कांग्रेस को बड़े पैमाने पर वोट भी मिले हैं.” साथ ही आगे उन्होंने कहा कि, ”इंडिया गठबंधन की बैठक जब भी होगी वे उसमें जरुर शामिल होंगे. उनके शामिल नहीं होने की कयासबाजी पूरी तरह से गलत है. साथ ही हम कह रहे हैं कि हमें जल्द ही बैठक कर एक-दूसरे से बात करनी चाहिए और सभी विपक्षी दलों के बीच बेहतर समन्वय बनाना चाहिए क्योंकि लोकसभा चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं बचा है.” आगे सीएम नीतीश ने कहा कि, ”इंडिया के घटक दलों में जल्द से जल्द सारी बातें फाइनल हो जाए तो बेहतर रहेगा.”
विशेष राज्य से बिहार में होगा विकास
इसके साथ ही नीतीश कुमार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग दोहराते हुए कहा कि, बिहार के विकास के लिए यह बैठक जरूरी है.” आगे उन्होंने कहा कि, ”हमने राज्य में जाति गणना कराई, आर्थिक सर्वे में सभी जातियों की गरीबी का पता चला. इसलिए करीब 1 करोड़ गरीब परिवारों को प्रति परिवार 2 लाख रुपए देने की जरूरत है. इसके लिए अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा जल्द से जल्द मिल जाए तो सब कुछ तेजी से हो सकेगा.” बता दें कि आगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बात करते हुए कहा कि, ”बिहार एक पौराणिक धरती है, विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तो काफी अच्छा होगा.” अपनी बीमारी के बारे में नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि, ”उन्हें सर्दी थी, इसलिए वह 5 दिनों तक घर पर ही रहे. उन्हें 100 डिग्री से कम बुखार था इसलिए वह आराम कर रहे थे. फिलहाल वह ठीक महसूस कर रहे हैं.”
First Published : 06 Dec 2023, 12:39:12 PM