विक्रम कुमार झा/पूर्णिया. बिहार के किसान अब आधुनिक तकनीक से सफल प्रयोग कर रहे हैं. अब यहां धान, गेहूं, मक्का के अलावा फल की भी खेती हो रही है. पूर्णिया भवानीपुर के किसान खुर्शीद आलम भी पूर्णिया में अंजीर की सफल खेती कर रहे हैं. वह अपने खेतों में अलग-अलग तरह के फसल का सफल प्रयोग करते रहते हैं. इसी क्रम में उन्होंने अपने खेतों में इस बार ट्रायल के तौर पर दो अंजीर के पौधे को लगाया. उनके खेत में अंजीर का पौधा इस बार बेहतर फलन देना शुरू किया.
इसके बाद उसके अंदर अंजीर की खेती करने की आस जगी. उन्होंने कहा कि इस बार का बेहतर उपज को देख वह अब अगले साल से अंजीर की खेती को वृहद पैमाने पर करेंगे, जो कि कम लागत में ज्यादा मुनाफा देता है.
कोलकाता से लाया पौधा का सफल हुआ ट्रायल
किसान खुर्शीद आलम ने बताया कि अपने निजी काम से कोलकाता घूमने गए थे. वहीं उन्होंने कोलकाता के नर्सरी में अंजीर का प्लांट देखा. वहां से अंजीर का प्लांट खरीद कर घर लाए. अपने खेतों में लगकर पूरी तरह से उनकी देखरेख करना शुरू कर दिया. आज अंजीर का पौधा बेहतर फलन दे रहा है. दोनों से करीब 3 किलो का फलन रोजाना टूट जाता है. हालांकि उन्होंने कहा कि यह मेरा पहला सफल ट्रायल है. इसके बाद अगली बार से वह अपने सभी खेतों में बृहद पैमाने पर अंजीर की खेती करेंगे.
प्रोसेसिंग यूनिट खुल जाए तो मिलेगी अच्छी कीमत
उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अंजीर की खेती करने से उन्हें फायदा तो होगा, लेकिन अगर अंजीर के फलन की बात की जाए तो अंजीर का फलन कच्चा में भी मीठा और पकने पर भी मीठा लगता हैं. जिसकी बजार कीमत 150 रुपए किलो है. अगर वहीं उसे ड्राई फ्रूट में प्रोसेस बदल जाए और उन्हें प्रोसेसिंग कर पूरी तरह तैयार किया जाए तो उनकी कीमत खुले बाजारों में 800 से हजार रुपये किलो तक मिलेगी.उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह से प्रयास कर रहे हैं कि अंजीर की खेती बृहद पैमाने पर करें और जल्द से जल्द इसको प्रोसेसिंग कर ड्राई फ्रूट तैयार करने के लिए भी वह लगातार प्रयास में जुटे हुए हैं. जिससे आए दिन उन्हें कम लागत में बेहतर मुनाफा का मुंह देखना पड़े.
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FIRST PUBLISHED : September 22, 2023, 09:35 IST