अब नहीं कर सकेगें प्रवासी पक्षियों का अवैध शिकार, Wular Lake के आस पास लगेगें CCTV कैमरे

सीसीटीवी कैमरे लगने से उनकी सुरक्षा बढ़ गई है। मकबूल ने कहा, हम अब अपने घरों से भी इलाके में निगरानी रख सकते हैं। एक स्थानीय निवासी गुलाम नबी डार ने कहा कि सीसीटीवी कैमरों ने न केवल पक्षियों की सुरक्षा में मदद की है, बल्कि इस साल पक्षियों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। वुलर झील सिंघाड़े और कमल के तनों के लिए जानी जाती है और यह आसपास के 30 गांवों की जीवन रेखा है। इसे 1990 में रामसर कन्वेंशन के तहत अंतरराष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि के रूप में नामित किया गया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।



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