मोहन प्रकाश/सुपौल. जिले के सरकारी अस्पतालों के ओपीडी में इलाज कराने को लेकर अब रजिस्ट्रेशन कराने के लिए लाइन में घंटों धक्का-मुक्की नहीं करनी पड़ेगी. क्योंकि, अब दिल्ली की तर्ज पर अपने मोबाइल में क्यूआर कोड स्कैन करते ही आपका रजिस्ट्रेशन हो जाएगा. साथ ही आपके मोबाइल पर ओपीडी के डॉक्टर से जांच कराने का समय और नंबर भी पता चल जाएगा. इसे लेकर सिविल सर्जन डॉ. ललन कुमार ठाकुर बताते हैं कि जिले में भी आयुष्मान भारत हेल्थ मिशन की शुरुआत की गई है. इसी योजना के तहत सरकारी अस्पतालों में क्यूआर कोड लगाया गया है. जिसमें आभा आईडी क्रिएट किया जा रहा है.
वह बताते हैं कि अब लोगों का आभा आईडी बनाई जा रही है. आभा आईडी से मोबाइल द्वारा अस्पताल में लगे क्यूआर कोड को स्कैन करने पर एक ओटीपी मिलेगा. वो ही उस मरीज का टोकन नंबर होगा. इसी टोकन से मरीज को काउंटर से पर्ची मिलेगी. इसके लिए अलग काउंटर भी बनाया गया है. आयुष्मान भारत हेल्थ मिशन के तहत मोबाइल के माध्यम से मरीज अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. इससे मरीजों के समय की भी बचत होगी.
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एक क्लिक में मिलेगी मेडिकल हिस्ट्री
सीएस डॉ. ठाकुर बताते हैं कि हेल्थ ईको सिस्टम में बदलाव के लिए ऐसी पहल हो रही है, जिससे किसी भी व्यक्ति को अपना मेडिकल हिस्ट्री साथ लेकर चलने की जरूरत नहीं होगी. हर व्यक्ति का अपना एक 14 अंकों का आयुष्मान भारत हेल्थ आभा अकाउंट तैयार किया जा रहा है. इस अकाउंट में उसके स्वास्थ्य का पूरा डेटा रहेगा. इस अकाउंट के बन जाने के बाद देश के किसी भी हिस्से में वह व्यक्ति अपना आभा अकाउंट नंबर बताएगा और उसकी पूरी हेल्थ हिस्ट्री डॉक्टर को मिल जाएगी. उन्होंने बताया कि आभा कार्ड राज्य का कोई व्यक्ति बनवा सकता है. यह आयुष्मान कार्ड से अलग है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा आभा कार्ड बनाया जा रहा है.
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FIRST PUBLISHED : February 7, 2024, 13:26 IST