अखंड प्रताप सिंह/कानपुर. एयरोस्पेस में नए-नए शोध करने और इसके बारे में छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित करने के लिए अब आईआईटी कानपुर काम करेगा. आईआईटी कानपुर ने एयरबस के साथ समझौता किया है. जिसके तहत दोनों संस्थान मिलकर एयरोस्पेस में बेहतर रिसर्च और नवाचार के क्षेत्र में काम करेंगे. इस एमओयू के तहत अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा और एयरोस्पेस क्षेत्र में विशेषज्ञों की टीम भी तैयार हो सकेगी. यह समझौता और टैक्सी ड्रॉन बाय एयरक्राफ्ट आधुनिक संसाधन को विकसित करने में भी बेहद मददगार साबित होगा. आईआईटी कानपुर पहले भी एयरोस्पेस के क्षेत्र में काम कर रहा है. नई-नई टेक्नोलॉजी आईआईटी द्वारा विकसित की गई है.
आईआईटी कानपुर लगातार एयरोस्पेस क्षेत्र में नई-नई टेक्नोलॉजी नए-नए नवाचार और रिसर्च कर रहा है. भविष्य को देखते हुए ऐरो स्पेस में विशेषज्ञों को तैयार करना नए-नए शोध करना और नई-नई तकनीक विकसित करना बेहद जरूरी है. जिसकी वजह से आईआईटी कानपुर और एयरबस के बीच एम ओ यू साइन किया गया है. जिसके तहत शिक्षा अनुसंधान और प्रशिक्षण में दोनों संस्थाएं मिलकर एक साथ काम करेंगे. इस एमओयू के तहत दोनों संस्थान प्रौद्योगिकी में अनुसंधान को बढ़ावा देंगे और एयरोस्पेस छात्रों के लिए नई-नई तकनीक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए काम करेंगे.
कौशल विकास में निवेश करना जारी रखेंगे
आईआईटी कानपुर के कार्यवाहक निदेशक प्रोफेसर एस गणेश ने बताया कि आईआईटी कानपुर और एयरबस के बीच में समझौता किया गया है. जिसके तहत वैश्विक स्तर पर दोनों संस्थान एयरोस्पेस क्षेत्र से जुड़ी परियोजनाओं में काम करेंगे. इससे आईआईटी कानपुर के एयरोस्पेस विभाग के छात्राओं को नया मार्गदर्शन अनुभव प्राप्त होगा. इससे देश में भी क्रॉस-स्केलिंग के माध्यम सेऐरो स्पेस उद्योग के विकास में बढ़ावा मिलेगा.
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FIRST PUBLISHED : October 25, 2023, 08:41 IST