श्रीनगर. जम्मू कश्मीर में बुधवार को हुए मुठभेड़ में शामिल आतंकवादियों के सफाए का अभियान दूसरे दिन भी जारी रहा. इस मुठभेड़ में सुरक्षा बल के चार सदस्य शहीद हो गए थे. पुलिस ने दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के ऊंचे इलाके में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को ‘घेर लेने’ का दावा किया है. अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी. वहीं, आतंकियों की तलाश के लिए इजराइल से लिए गए हेरोन (Heron) ड्रोन की मदद ली जा रही है.
15 कोर कमॉडर और जीओसी विक्टर फोर्स पूरे ऑपरेशन की करीब से निगरानी कर रहे हैं. सेना के अधिकारी ने कहा, “आतंकियों को छोड़ा नहीं जाएगा, सभी तरह की नई पीढ़ी के हथियार और उपकरण का इस्तेमाल हो रहा है. ऑपरेशन में इज़राइल से लिए गए हेरोन ड्रोन भी शामिल किए गए हैं.”
अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार को तड़के अनंतनाग जिले के कोकेरनाग के गडोले के जंगलों में गोलियों की आवाज सुनी गई. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के सफाए के लिए इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भेजा गया है. आतंकवादी संभवत: पहाड़ों में बने एक प्राकृतिक गुफा में छिपे हुए हैं.
अधिकारियों ने कहा कि हेलीकॉप्टरों को गडोले के जंगलों के ऊपर मंडराते देखा गया क्योंकि सेना और पुलिसकर्मियों ने इलाके के चारों ओर कड़ी घेराबंदी कर रखी है. पूरे दिन गोलीबारी की आवाजें सुनी गईं, लेकिन किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है.
इससे पहले दिन में, पुलिस ने कहा कि उसने अनंतनाग जिले में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को ‘घेर’ लिया है, जहां सुरक्षा बल के चार जवान – 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष ढोचक, पुलिस उपाधीक्षक हुमायू भट्ट और एक सैनिक – बुधवार को मुठभेड़ में शहीद हो गए थे.
कश्मीर जोन पुलिस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष ढोचक और डीएसपी हुमायूं भट्ट की अटूट वीरता को सच्ची श्रद्धांजलि, जिन्होंने इस अभियान के दौरान अपने जीवन का बलिदान कर दिया. हमारी सेनाएं उजैर खान सहित लश्कर के दो आतंकवादियों को घेरने के लिए अटूट संकल्प के साथ डटी हुई हैं.”
इस घटना के विरोध में बृहस्पतिवार को जम्मू के विभिन्न हिस्सों में पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन हुए. पनुन कश्मीर और एक सनातम भारत दल ने शहीद कर्मियों को श्रद्धांजलि दी और जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चलाने की मांग की.
भारतीय जनता पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई के वरिष्ठ नेता अरुण प्रभात के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पक्का डांगा में विरोध प्रदर्शन किया और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को समर्थन देने और बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की. लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए तथा उसके झंडे जलाए. प्रभात ने संवाददाताओं से कहा, “जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता के बाद पाकिस्तान भारत की लोकप्रियता से बौखला गया है. यही कारण है कि वे जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं. वे क्षेत्र में परेशानी पैदा करना चाहते हैं.”
.
Tags: Anantnag News, Indian army, Jammu kashmir
FIRST PUBLISHED : September 14, 2023, 22:44 IST