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मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ज्योति नैन ने छह लोगों के खिलाफ दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 165 (3) के तहत एक याचिका पर सुनवाई की। अदालत ने कहा कि शिकायती और उसके परिवार पर छह लोगों ने 13 मई, 2022 को हमला किया था।
दिल्ली की एक अदालत ने पुलिस के एक अधिकारी को कथित छेड़छाड़ की एक घटना का जांच करने का निर्देश देते हुए कहा है कि पुलिस को जब भी किसी संज्ञेय अपराध के बारे में सूचना मिलती है तो उसे प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए।
मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ज्योति नैन ने छह लोगों के खिलाफ दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 165 (3) के तहत एक याचिका पर सुनवाई की।
अदालत ने कहा कि शिकायती और उसके परिवार पर छह लोगों ने 13 मई, 2022 को हमला किया था।
याचिका के अनुसार, एक आरोपी ने शिकायती के कपड़े फाड़ दिए और उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की तथा पड़ोसियों की मदद से उसे बचाया जा सका।
अदालत ने याचिका का संज्ञान लेते हुए कहा कि शिकायत दर्ज कराने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
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