अचानक क्यों भारत समेत दुनियाभर के लोग जमकर खरीद रहे है हैदराबाद की कंपनी डॉ रेड्डीज का शेयर

नई दिल्ली. बीते दो दिन से फार्मा कंपनी डॉ रेड्डीज (Dr Reddys) लगातार खबरों में बनी हुई है. पहले रूस की कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को लेकर हुए करार की वजह से कंपनी को लेकर चर्चाएं हो रही थी. वहीं, अब कंपनी के शेयर को लेकर बातचीत हो रही है. शुक्रवार को 10 फीसदी बढ़कर 5300 रुपये के भाव पर पहुंच गया. कंपनी के शेयर ने पहली बार इस स्तर को छुआ है. आज 10 फीसदी की तेजी के साथ डॉ रेड्डी का मार्केट कैप बढ़कर 88110 करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया. जबकि कल कंपनी का मार्केट कैप 80239 करोड़ रुपये था. वहीं, 6 माह में निवेशकों की दौलत 41521 करोड़ से बढ़कर 88109 करोड़ यानी दोगुने से भी ज्यादा हो गई. एक्सपर्ट्स का कहना है कि डॉ रेड्डीज ने Celgene से कैंसर की दवा Revlimid से जुड़ा पेटेंट विवाद सेटल कर लिया है. कंपनी अब मार्च 2022 के बाद अमेरिका में ये दवा बेच सकेगी. इस खबर के बाद शेयर में तेजी आई है.

दुनियाभर के निवेशक जमकर खरीद रहे हैं डॉ रेड्डीज का शेयर- डॉ रेड्डीज के शेयर ने एक हफ्ते में 21 फीसदी, 1 महीने में 18 फीसदी, छह महीने में 91 फीसदी, एक साल में 95 फीसदी का बंपर रिटर्न दिया है.

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अब क्या करें निवेशक- दुनिया की बड़ी रेटिंग एजेंसी क्रेडिट सुइस ने डॉक्टर रेड्डीज पर आउटपरफॉर्म रेटिंग दी है और लक्ष्य 5100 रुपये से बढ़ाकर 5750 रुपये तय किया है. Revlimid जेनेरिक से 70 करोड़ डॉलर तक कैश फ्लो संभव है. ये US में Avigan बेचने वाली 2 कंपनियों में शामिल है. कंपनी Suboxone में अपना मार्केट शेयर बढ़ा सकती है.

वहीं, अमेरिकी बैंक सिटी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि कि मार्च 2022 के बाद US में Revlimid लॉन्च कर सकती है. Natco, Alvogen के बाद Revlimid के लिए ये तीसरा सेटलमेंट होगा.

कोरोना वैक्सीन को लेकर हो चुका हैं बड़ा करार – भारत में कोविड-19 के खिलाफ अपने टीके स्पूतनिक-5 के परीक्षण और वितरण के लिये रूसी प्रत्यक्ष निवेश फंड (आरडीआईएफ) डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज के साथ मिलकर काम करेगी.

आरडीआईएफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी किरिल दमित्रिएव ने बुधवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि टीके के क्लीनिकल परीक्षण के लिये सभी आवश्यक शर्तें पूरी हों यह सुनिश्चित करने के लिए आरडीआईएफ भारतीय नियामकों के साथ बातचीत कर रहा है.

दमित्रिएव ने ‘पीटीआई-भाषा’ को ई-मेल पर दिये एक साक्षात्कार में कहा, “आरडीआईएफ और भारत में मुख्यालय वाली वैश्विक दवा कंपनी डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज लिमिटेड के बीच 10 करोड़ रूसी स्पूतनिक-5 टीके की आपूर्ति पर सहमति बनी है और भारत में टीके के क्लीनिकल परीक्षण और वितरण पर भी वे मिलकर काम करेंगे.

कोरोना वायरस के खिलाफ टीके स्पूतनिक-5 को गामालेया राष्ट्रीय रोगविज्ञान एवं सूक्ष्मजीव शोध संस्थान व आरडीआईएफ ने मिलकर बनाया है. दमित्रिएव ने कहा कि स्पूतनिक-5 का अतिरिक्त क्लीनिकल अध्ययन ब्राजील, भारत, सऊदी अरब, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात और बेलारूस समेत अन्य देशों में किया जाएगा. रूस ने इस महीने के शुरू में कहा था कि वह टीके के मुद्दे पर भारतीय अधिकारियों के संपर्क में है.

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