कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा है कि विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए धनशोधन निवारण अधिनियम, 2002 का पूरी तरह से दुरुपयोग किया जा रहा है तथा अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो इस कानून को निरस्त करेगी और बेहतर कानून बनाएगी।
पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि यह कानून संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की देन नहीं है, क्योंकि यह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान पारित किया गया था।
चिदंबरम ने राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल से उनके यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए यह टिप्पणी की।
उन्होंने कहा, इस कानून का पूरी तरह से दुरुपयोग किया गया है और यही कारण है कि मैं कहता रहा हूं कि अगर कांग्रेस सत्ता में वापस आती है, तो हम इस कानून को रद्द कर देंगे और एक बेहतर कानून फिर से बनाएंगे। यह हमारे एजेंडे में सबसे ऊपर है।
वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए गठित कांग्रेस की घोषणापत्र समिति के प्रमुख चिदंबरम ने कहा, इस कानून ने एक जांच एजेंसी को मनमानी और अनियंत्रित शक्ति प्रदान की है, जो अब अन्य सभी जांच एजेंसियों की तुलना में अधिक शक्तिशाली है।
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