अक्टूबर में सरकार ने ₹1.3 लाख करोड़ डायरेक्ट टैक्स वसूला: FY24 में ₹12.37 लाख करोड़ का कलेक्शन, पर्सनल इनकम टैक्स में 28.29% की एनुअल ग्रोथ

नई दिल्ली16 घंटे पहले

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सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस (CBDT) ने डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के प्रोविजनल आंकडे जारी किए हैं। आंकड़ों के मुताबिक सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष में 9 नवंबर तक ₹12.37 लाख करोड़ डायरेक्ट टैक्स वसूला है।

यह कलेक्शन पिछले वित्त वर्ष के इसी अवधि के मुकाबले 17.59% ज्यादा है। वहीं पिछले एक महीने यानी 10 अक्टूबर से 9 नवंबर तक की बात करें, तो इस दौरान यह कलेक्शन 1.3 लाख करोड़ रहा है। 9 अक्टूबर तक सरकार ने 11.07 लाख करोड़ का टैक्स वसूला था।

रिफंड के बाद नेट कलेक्शन ₹10.60 लाख करोड़ रहा
वहीं रिफंड को छोड़कर नेट कलेक्शन पिछले साल के समान अवधि के मुकाबले 21.82% बढ़कर ₹10.60 लाख करोड़ रहा है। सरकार ने 1 अप्रैल से 9 नवंबर के बीच ₹1.77 लाख करोड़ का टैक्स रिफंड जारी किया है।

सरकार ने कलेक्शन टारगेट का 58.15% पूरा किया
9 नवंबर तक के कलेक्शन के बाद सरकार ने अपनी टैक्स कलेक्शन के एस्टीमेंट का 58.15% पूरा कर लिया है। सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए ₹18.23 लाख करोड़ का डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का टारगेट रखा है। पिछले महीने के कलेक्शन के बाद यह टारगेट 52.50% पहुंच गया था।

पर्सनल इनकम टैक्स सालाना आधार पर 28.29% ग्रोथ
जहां तक अलग-अलग कैटेगरी में टैक्स कलेक्शन की बात है, तो कॉर्पोरेट इनकम टैक्स (CIT) में सालाना आधार पर 7.13% की ग्रोथ हुई है। जबकि पर्सनल इनकम टैक्स (PIT) पिछले साल से 28.29% ज्यादा कलेक्ट हुआ है।

टोटल CIT कलेक्शन में से अगर रिफंड अलग कर दें तो इसमें 12.48% की एनुअल ग्रोथ हुई है। वहीं PIT की बात करें तो इसमें सालाना आधार पर 31.26% की ग्रोथ देखी गई है।

डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्स में अंतर
डायरेक्ट टैक्स वो टैक्स है जिसे सीधे आम आदमी से वसूला जाता है। डायरेक्ट टैक्स में कॉर्पोरेट और पर्सनल इनकम टैक्स आता है। शेयर या दूसरे संपत्तियों पर लगने वाला टैक्स भी डायरेक्ट टैक्स की श्रेणी में आता है।

जो टैक्स सीधे आम जनता से नहीं लिया जाता, लेकिन उसकी वसूली दूसरे माध्यम से आम जनता से ही होती है, उसे इनडायरेक्ट टैक्स कहा जाता है। इसमें एक्साइज ड्यूटी, कस्टम ड्यूटी, GST शामिल हैं।

1 जुलाई 2017 से GST वसूलती है सरकार
पहले देश में कई तरह के इनडायरेक्ट टैक्स होते थे। लेकिन 1 जुलाई 2017 से सभी प्रकार के इनडायरेक्ट टैक्स को GST में शामिल कर लिया गया है। हालांकि, पेट्रोलियम पदार्थों और शराब पर लगने वाले टैक्स को अभी GST के दायरे से बाहर रखा गया है। टैक्स कलेक्शन को किसी भी देश में आर्थिक गतिविधियों को का इंडिकेटर माना जाता है।

फाइनेंशियल ईयर 2022-23 का GST कलेक्शन
फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में टोटल 18.10 लाख करोड़ रुपए का GST कलेक्शन हुआ था। इसके आधार पर हर महीने GST कलेक्शन का औसत आंकड़ा 1.51 लाख करोड़ रुपए रहा। फाइनेंशियल ईयर 2022-23 के अप्रैल महीने में सबसे ज्यादा GST कलेक्शन हुआ था। अप्रैल में यह 1.67 लाख करोड़ रुपए रहा था। इसके बाद सबसे ज्यादा GST कलेक्शन मार्च 2023 में 1.60 लाख करोड़ रुपए का रहा, जो अब तक का दूसरा सबसे ज्यादा GST कलेक्शन है।

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