उन्होंने कहा, ‘‘ किसी भी लोकलुभावन कदम की घोषणा नहीं की गई जैसा कि चुनाव पूर्व बजट में उम्मीद की जाती है. स्वागत योग्य कदम…” हीरानंदानी समूह के संस्थापक डॉ. निरंजन हीरानंदानी ने कहा , ‘‘ वित्त मंत्री ने एक एकीकृत तथा न्यायसंगत विकास बजट परिव्यय को ‘डिकोड’ किया है जिसमें महत्वपूर्ण सामाजिक सुधार, आर्थिक वृद्धि मूल्य श्रृंखला को बढ़ाना, उभरते क्षेत्रों पर जोर देना और शहरी और ग्रामीण आवास को प्रोत्साहन देना शामिल है.”
बायोकॉन लिमिटेड की चेयरपर्सन किरण मजूमदार-शॉ ने भी कहा कि वित्त मंत्री ने निरंतर आर्थिक वृद्धि के लिए एक व्यापक मार्ग प्रशस्त किया है जो भारत को 2047 तक विकसित अर्थव्यवस्था का दर्जा हासिल करने में सक्षम बनाएगा. जेडईआईएसएस समूह के मुख्य वित्त अधिकारी (भारत) धवल राडिया ने कहा कि बजट दूरदर्शी है और ‘‘यह निरंतरता और विश्वास का बजट है.” आरपीजी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने अंतरिम बजट की सराहना करते हुए इसका स्वागत किया.
स्नैपडील के सह-संस्थापक कुणाल बहल ने कहा, ‘‘ विकसित भारत 2047” का दृष्टिकोण निर्णायक शासन, प्रेरणादायक नेतृत्व तथा डिजिटल, भौतिक, सामाजिक बुनियादी ढांचे को वितरित करने के सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड की मजबूत नींव पर रखा गया है. फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष प्रदीप शेट्टी ने पर्यटन तथा आतिथ्य क्षेत्र पर सरकार के जोर का स्वागत किया.
क्रिशुमी कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक मोहित जैन ने कहा, ‘‘ वित्त मंत्री द्वारा खासतौर से मध्य वर्ग के लिए एक नई आवासीय योजना की घोषणा आवास क्षेत्र के लिए एक अच्छी खबर है. इससे मध्यम तथा किफायती मकानों की मांग में बढ़ोतरी की संभावना है. ”
एलएंडटी फाइनेंस होल्डिंग्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुदीप्ता रॉय ने कहा कि राजकोषीय रूप से विवेकपूर्ण बजट पेश करके सरकार ने निजी पूंजीगत व्यय चक्र का बहाल करने के लिए अनुकूल स्थितियां बनाई हैं. फेडरेशन ऑफ सीड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एफएसआईआई) के चेयरमैन अजय राणा ने कहा, ‘‘ पिछले एक दशक में कृषि क्षेत्र में प्रगतिशील सुधारों के साथ अर्थव्यवस्था के टिकाऊ विकास को निरंतर मजबूती प्रदान करने के बाद 2024-25 के अंतरिम बजट में यह देख कर खुशी हुई कि वित्त मंत्री ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का सुस्पष्ट दृष्टिकोण सामने रखा है.”
उन्होंने कहा, ‘‘ इस अंतरिम बजट में तिलहन पर दिए गए जोर और कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयासों को देखकर बीज उद्योग विशेष रूप से खुश है.” हालांकि, एकम्स ड्रग्स एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड के संयुक्त प्रबंध निदेशक संदीप जैन ने दवा क्षेत्र के लिए विशिष्ट उपायों की कमी पर निराशा व्यक्त की. उन्होंने कहा, ‘‘ मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भरता, हरित ऊर्जा तथा युवा विकास पर जोर देने के बावजूद दवा क्षेत्र को मजबूत समर्थन का अभाव है. बजट अंतरिम है इसलिए मुझे उम्मीद है कि सरकार हमारी स्थिति को मजबूत करने के लिए आगामी पूर्ण बजट में सक्रिय पहल करेगी…”
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)