रूपेश कुमार भगत/गुमला. गुमला जिला के चैनपुर प्रखंड के कुरुमगढ़ थाना क्षेत्र के केरागानी गांव के नवदंपति झालु उरांव(30 वर्ष) व राज कुमारी(25 वर्ष) की हिमाचल प्रदेश के बलिया थाना क्षेत्र के मुशवरा में हुए भूस्खलन में मौत हो गयी. दोनों वहां एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में मजदूरी किया करते थे. मृतक के परिजनों ने शवों को गुमला लाने के लिए मजदूर संघ के जरिए जिला प्रशासन से गुहार लगाई है.
परिजनों का कहना है कि कंपनी के द्वारा शव लाने में कोई मदद नहीं की जा रही है. मृतक दंपति के गांव में उनके मौत की जानकारी मिलने के बाद से मातम छाया हुआ है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. इसी साल जनवरी में दोनों की शादी हुई थी. इसके बाद अप्रैल में रोजी रोटी के लिए दंपति पलायन कर गए थे.
पोस्टमार्टम के बाद शव को फेंका गया बाहर
बताया जाता है कि दंपति वहां हरिओम शर्मा कंस्ट्रक्शन में बिल्डिंग बनाने के काम में मजदूरी किया करते थे और साइट पर ही बने टेंट में रहा करते थे. बुधवार अहले सुबह वहां तेज बारिश के बाद हुए भूस्खलन में पति-पत्नी की मौत हो गयी. पोस्टमार्टम करने के बाद शवों को शीत गृह में रखने के बजाए बाहर निकाल कर फेंक दिया गया. कंपनी के मालिक के द्वारा मजदूर के साथियों पर शव ले जाने का दबाव बनाया जाने लगा.
कंपनी ने नहीं दिया वेतन
मृतक के भाई सुनील उरांव ने बताया कि दोनो का विवाह इसी साल जनवरी में हुआ था. गरीबी और आर्थिक तंगी के कारण दोनों अप्रैल माह में काम करने के लिए हिमाचल गए थे. जहां कंस्ट्रक्शन कंपनी में कम कर रहे थे. कल हुए भूस्खलन में दोनों की मौत हो गयी. कंपनी के पास इनका मजदूरी भी बकाया है. जिसका भुगतान नहीं किया जा रहा है. शव भेजने में भी कोई मदद नहीं की जा रही है. जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई गई है.
श्रम विभाग ने नहीं किया कोई पहल
इस संबंध में मजदूर संघ के प्रदेश सचिव जुम्मन खान ने बताया कि इस संबंध में जानकारी मिलने पर श्रम विभाग को पूरे मामले से अवगत कराया गया है. परिजनों ने मदद की गुहार लगाई है. हालांकि विभाग की ओर से अभी तक कोई ठोस पहल नहीं किया गया है. मजदूर संघ अपने स्तर से वहां एंबुलेंस की व्यवस्था कर रही है.
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FIRST PUBLISHED : August 24, 2023, 23:14 IST