मुंबई22 मिनट पहले
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देश में कनेक्टेड कारें तेजी से अपनाई जा रही हैं। चालू वर्ष 2022-23 में घरेलू कार बाजार में इनकी हिस्सेदारी आधे से ज्यादा होने का अनुमान है। ऑटोमोटिव मार्केट रिसर्च कंपनी जैटो डायनेमिक्स के डेटा के मुताबिक, 2021 में घरेलू पीवी मार्केट में कनेक्टेड कारों की हिस्सेदारी 35% थी। 2022 में ये बढ़कर 46% हो गई। 2023 में इसके बढ़कर 63% तक पहुंचने का अनुमान है।
टेक्नोलॉजी से लैस कार खरीदने वालों की संख्या बढ़ रही है। इसके चलते कार बनाने वाली सभी बड़ी कंपनियां अपनी स्ट्रेटजी में बदलाव कर रही हैं, ताकि वे हाईटेक फीचर वाले मॉडल को बाजार में उतार पाएं।
कनेक्टेड कारों में एम्बेडेड सॉफ्टवेयर होता है, जो यूजर को स्मार्टफोन या घर पर मौजूद स्मार्ट डिवाइस जैसे किसी बाहरी गैजेट या ब्लूटूथ, वाई-फाई के जरिये अन्य गाड़ियों के साथ कम्युनिकेट करने में सक्षम बनाता है।
हर साल 22% बढ़ रहा कनेक्टेड कारों का बाजार
मार्केट रिसर्च प्लेटफॉर्म मार्केट्स एंड मार्केट्स के अनुसार , भारत में कनेक्टेड कारों का बाजार सालाना 22.2% बढ़ रहा है। 2019 में इसका आकार 980 करोड़ डॉलर (81,340 करोड़ रुपए) का था। 2025 तक इसके बढ़कर 3,250 करोड़ डॉलर (2.70 लाख करोड़ रुपए) तक पहुंच जाने का अनुमान है।