मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को अनाथ बच्चों के लिए बड़ी योजना का ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना’ सभी अनाथ बच्चों के लिए लागू की जाएगी। इसके तहत अनाथ बच्चों के लिए पेंशन, राशन, फीस और इलाज की व्यवस्था भी सरकार करेगी। सीएम शिवराज ने कहा कि मेरे रहते हुए कोई भी बच्चा अनाथ नहीं कहलाएगा।
लाड़ली बहना योजना में ई-केवाईसी फ्री
सीएम शिवराज ने कहा कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का फॉर्म भरने, ई-केवाईसी के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है। गांव-गांव में शिविर लगाकर फॉर्म भरे जाएंगे, ई-केवाईसी की जाएगी। ई-केवाईसी के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा। वह शुल्क सरकार भरेगी। बहनों को किसी तरह के प्रमाण पत्र की जरूरत भी नहीं होगी, सभी प्रमाण पत्र सरकार उपलब्ध कराएगी।
सीएम ने तीन बड़ी घोषणाएं कीं
महाकुंभ के दौरान मुख्यमंत्री ने तीन बड़े ऐलान किए-
पहला : शासकीय विभागों में जनभागीदारी के लिए जन अभियान परिषद नोडल ऐजेंसी होगी।
दूसरा : प्रत्येक NGO को जन अभियान परिषद के पोर्टल में पंजीकरण कराना जरूरी होगा।
तीसरा : योजनाओं के प्रचार-प्रसार और सर्वे के काम जन अभियान परिषद को भी सौंपे जाएंगे।
अनाथ बच्चों के लिए योजना
बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार कोविड-19 महामारी के दौरान अनाथ हुए बच्चों के लिए ‘मुख्यमंत्री कोविड बाल सेवा योजना’ संचालित की जा रही है। योजना के तहत वे बच्चे जिनके माता पिता महामारी में जान गंवा चुके हैं, वे पात्र हैं। इन बच्चों को सरकार प्रति माह 5 हजार रुपये की आर्थिक सहायता, निःशुल्क खाद्यान्न वितरण और शिक्षा सम्बन्धी सहायता प्रदान की जा रही है।
रिपोर्ट : दीपक राय