स्व सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ा जा रहा है।

जशपुरनगर: छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गौठानों को स्वावलंबी बनाने के लिए सार्थक प्रयास किया जा रहा है और स्व सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ा जा रहा है। गौठानों में मुर्गी पालन, बकरी पालन, बटेर पालन, बाड़ी विकास, मशरूम उत्पादन, बांस की टोकरी निर्माण, साग सब्जी का उत्पादन, राइस मिल, पोल निर्माण, सेनेटरी पैड निर्माण सहित अन्य गतिविधियों में शामिल करके समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा रहा है।

रीपा के तहत किया जा रहा प्रोत्साहित

जिला पंचायत के एनआर.एल.एम. बिहान द्वारा भी स्व सहायता समूह के महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से आर्थिक गतिविधियों में जोड़ने का कार्य निरंतर किया जा रहा है। ताकि महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें। जिले के विभिन्न विभागों द्वारा भी रीपा के तहत परिवारों और समूह की महिलाओं को विभाग की योजना से लाभान्वित कर अतिरिक्त आदमनी अर्जित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी क्रम में पत्थलगांव विकासखण्ड के ग्राम कुमेकेला में मॉ दुर्गा महिला स्व सहायता समूह द्वारा प्रशिक्षण लेकर सेनेटरी पैड निर्माण किया जा रहा है।

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26 समूहों का हो चुका है गठन

विकासखंड मुख्यालय से 3 किलोमीटर की दूरी में ग्राम कुमेकेला स्थित है। बिहान योजना के तहत इस ग्राम पंचायत में कुल 26 समूह गठित किए जा चुके हैं जिसमें 2 ग्राम संगठन का निर्माण किया गया है। गांव मां दुर्गा स्व सहायता समूह की सभी महिलाओं सप्ताहिक बैठक कर बचत जमा करती हैं और बिहान योजना के अंतर्गत 15000 रुपए चक्रीय निधि की राशि भी प्राप्त कर चुकी हैं तथा बैंक से ऋृण लेकर सेनेटरी पैड वितरण करने का काम करती हैं, जिसमें कि गांव की महिलाओं को शिक्षित कर कपड़ा के स्थान पर सेनेटरी पैड उपयोग करने के लिए प्रेरित करती हैं।

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