मुंबई3 घंटे पहले
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यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI ने सितंबर 2023 में 10.56 अरब ट्रांजैक्शन दर्ज किए गए। यह अगस्त में दर्ज 10.58 अरब ट्रांजैक्शन से थोड़ा कम है। हालांकि, एक साल पहले दर्ज किए गए 6.78 अरब ट्रांजैक्शन से 55% ज्यादा है। यह लगातार दूसरा महीना है जब UPI ट्रांजैक्शन ने 10 अरब के आंकड़े को पार किया है।
नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया यानी NPCI ने ‘एक्स’ पर पेमेंट सिस्टम के ये आंकड़े शेयर किए हैं। NPCI ने ये भी बताया कि सितंबर 2023 में ट्रांजैक्शन की ओवरऑल वैल्यू 15.80 लाख करोड़ रुपए रही। अगस्त में ये 15.76 लाख करोड़ थी। वहीं एक साल पहले सितंबर 2022 में यह 11.16 लाख करोड़ थी।
UPI कैसे काम करता है?
UPI सर्विस के लिए आपको एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस तैयार करना होता है। इसके बाद इसे बैंक अकाउंट से लिंक करना होगा। इसके बाद आपका बैंक अकाउंट नंबर, बैंक का नाम या IFSC कोड आदि याद रखने की जरूरत नहीं होती। पेमेंट करने वाला बस आपके मोबाइल नंबर के हिसाब से पेमेंट रिक्वेस्ट प्रोसेस करता है।
अगर, आपके पास उसका UPI आईडी (ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर या आधार नंबर) है तो आप अपने स्मार्टफोन के जरिए आसानी से पैसा भेज सकते हैं। न सिर्फ पैसा बल्कि यूटिलिटी बिल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग, खरीदारी आदि के लिए नेट बैंकिंग, क्रेडिट या डेबिट कार्ड भी जरूरत नहीं होगी। ये सभी काम आप यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस सिस्टम से कर सकते हैं।
UPI से जुड़ी खास बातें
- UPI सिस्टम रियल टाइम फंड ट्रांसफर करता है। एक एप्लीकेशन में कई बैंक अकाउंट लिंक किए जा सकते हैं।
- किसी को पैसा भेजने के लिए आपको सिर्फ उसके मोबाइल नंबर, अकाउंट नंबर या UPI आईडी की जरूरत पड़ती है।
- UPI को IMPS के मॉडल पर डेवलप किया गया है। इसलिए UPI ऐप के जरिए आप 24×7 बैंकिंग कर सकते हैं।
- UPI से ऑनलाइन शॉपिंग करने के लिए ओटीपी, सीवीवी कोड, कार्ड नंबर, एक्सपायरी डेट आदि की जरूरत नहीं होती।