पटना. बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने मंगलवार को खुले मंच से बिहार सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और शिक्षा विभाग के अपर सचिव केके पाठक को कई नसीहतें दे डालीं. बीते दिनों वरिष्ठ अधिकारी केके पाठक ने जिस तरह से कई स्कूलों का औचक निरीक्षण किया, कई शिक्षकों को निलंबित किया तो कई शिक्षकों का वेतन रोक दिया, वहीं हाल में ही शिक्षा विभाग की ओर से एक आदेश जारी कर शिक्षकों की छुट्टियों में कटौती कर दी गई थी.
केके पाठक के इस आदेश के बाद जब शिक्षक इसका विरोध करने लगे तो आनन-फानन में उसे आदेश को वापस भी ले लिया गया, ऐसे में मंगलवार को शिक्षक दिवस के मौके पर बिहार सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा पटना के एसके मेमोरियल हॉल में आयोजित शिक्षक दिवस समारोह के दौरान शिक्षकों को सम्मानित करने के बाद शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने मंच से शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हड़बड़ी में किसी तरह का निर्णय नहीं लिया जाये, जिससे विभाग की फजीहत और किरकिरी हो रही हो, इसलिए हड़बड़ी में विभाग किसी तरह का निर्णय नहीं ले.
उन्होंने आउटसोर्सिंग की बहाली में गड़बड़ी का मामला भी उठाया. इस मामले की जांच करने की मांग उठाई. शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा को लेकर सुधार अति आवश्यक है लेकिन किसी तरह शिक्षक को परेशान किया जाएगा तो उसपर ध्यान दिया जाएगा. कोई भी व्यक्ति किसी का बाल भी बांका नहीं कर सकता है. निरीक्षण के नाम पर सुधार के लिए उचित कदम ठीक है लेकिन किसी तरह की दंडनात्मक कार्रवाई किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगा. इसको लेकर खुद सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव देख रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : September 05, 2023, 15:52 IST