शराब की जब्त बोतलों से बनाई जाएंगी सुहाग की निशानी रंग बिरंगी चूड़ियां, पटना में यहां लगी फैक्ट्री

पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 26 नवंबर को नशामुक्ति दिवस पर पटना के सबलपुर गांव में जीविका चूड़ी निर्माण केंद्र का उद्घाटन किया था. बता दें कि ये राज्य की पहली चूड़ी की फैक्ट्री है, जिसे महिलाओं व स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित किया जाएगा. जीविका के स्टेट प्रोग्राम मैनेजर समीर कुमार बताते हैं, इस कारखाने में प्रतिदिन लगभग 2 टन शीशों को पिघलाने और 80 हजार चूड़ियों को बनाने की कैपेसिटी है. यह फैक्ट्री रफ्तार पकड़ने के बाद महीने के तकरीबन 36 लाख तक की टर्न ओवर कर सकती है.

जीविका के स्टेट प्रोग्राम मैनेजर समीर कुमार ने फोन पर बातचीत के क्रम में बताया कि जल्द ही सबलपुर स्थित इस चूड़ी निर्माण केंद्र में बनाई गई बड़ी भट्टी में आईओसीएल का गैस कनेक्शन लगवाया जाएगा. शीशों को पिघलाने के लिए करीब 300 से 400 डिग्री सेंटीग्रेट तापमान की जरूरत पड़ती है. इस कारण ये आम एलपीजी गैस से संभव नहीं है. समीर कुमार ने यह भी बताया कि इस 13 हजार स्क्वायर फीट की रेंट पर बनाई गई इस चूड़ी निर्माण केंद्र के लिए 99.99 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई है. इस योजना के क्रियान्वयन के लिए मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग द्वारा वित्तीय सहायता की गयी है.

सुरक्षा के भी किए गए हैं इंतजाम
जीविका के एरिया कॉर्डिनेटर ब्रजेश कुमार ने बताया कि कांच की चूड़ियों के लिए विश्व विख्यात फिरोजाबाद से तकनीकी विशेषज्ञों की देखरेख में अत्यधुनिक औद्योगिक मापदंडों के आधार पर इस चूड़ी निर्माण केंद्र की स्थापना की गयी है. वहीं, महिलाओं की सुरक्षा के लिए ग्लब्स, हेलमेट इत्यादि की भी व्यवस्था की गई है. जिससे भट्टी में व अन्य मशीनों पर कांच की चूड़ी बनाते हुए किसी भी महिला कारीगर को किसी भी प्रकार से नुकसान नहीं हो.

150 जीविका दीदियों को मिलेगा रोजगार
मधुग्राम महिला प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के सीईओ मनीष कुमार ने बताया कि कांच की चूड़ियों के लिए विश्वविख्यात फिरोजाबाद के तकनीकी विशेषज्ञों की देखरेख में सबलपुर गांव में अत्याधुनिक चूड़ी कारखाने की स्थापना की गयी है. यहां दो टन की क्षमता वाली गैस से चलने वाली 2 भट्ठी बनायी गयी है. जो एन्वायरमेंट फ्रेंडली है. इतना ही नहीं, इसके संचालन के लिए 10 जीविका दीदियों को फिरोजाबाद भेज कर ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है. आपको बताते चलें कि इस कारखाने में लगभग 150 जीविका दीदियां और उनके परिवारों की सदस्य जुड़ी हुई हैं. आने वाले समय में इनको भी फिरोजाबाद के विशेषज्ञ द्वारा प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा.

फिलहाल कारखाने में सिंपल सिंगल और मल्टीकलर की चूड़ियां बनायी जा रही हैं. चूड़ियों की क्वालिटी अलग-अलग होने से इसकी कीमतें तय करने को लेकर भी निर्णय लिया जाएगा.

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FIRST PUBLISHED : December 06, 2022, 20:52 IST

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