अर्पित बड़कुल / दमोह. मध्यप्रदेश के दमोह जिले के मूर्तिकारों पर इस साल इंद्रदेव की नाराजगी साफ नजर आ रही है. बदरा बरसने से मूर्तिकारों ने 1 महीने पहले से ही देवी प्रतिमाओं को बनाना शुरू कर दिया है. बाजारों में दिख रही चहल पहल से प्रतीत होता है इस बार देवी प्रतिमाओं की भारी डिमांड हो सकती है. जिसको लेकर मूर्तिकारों ने भी दोगुनी फुर्ती से मूर्तियां बनाना शुरू कर दिया है.
बजरिया नम्बर छः जटाशंकर के नजदीक रहने वाले मूर्तिकार रघुनाथ अहिरवार ने बताया कि वह बीते 40 सालों से मिट्टी को देवी प्रतिमा का रूप देने का काम करते आ रहे हैं. बारिश के चलते गणेश प्रतिमाओं के साथ ही देवी जी प्रतिमाएं बनानी पड़ रही है क्योकि बरसात में मूर्तियों को सुखाने की बड़ी समस्या होती है. गीली प्रतिमा को दूर दराज ग्रामीण इलाकों में ले जाने से प्रतिमा खंडित होने की संभावना अधिक होती है. जिले में प्रतिमाओं का कोई हिसाब नहीं है, कई पेंटर है जो 200 से 300 मूर्तियां बना लेते है. बहुत से पेंटर ऐसे भी है जो देवी प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में लगे हुए है .
बरसात होने के कारण मूर्तियों की बढ़ी डिमांड
वहीं पूरन मूर्तिकार ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि इस साल देर तक बरसात होने के कारण मूर्तियों की डिमांड बढ़ गई है. जिसके चलते नौ देवी आने के 1 महीने पहले से मूर्तिकारों ने करीब 150 प्रतियां बनाकर स्टॉक कर ली है. वहीं पूरे जिले में करीब 2500 देवी प्रतिमाओं की स्थापना होती है इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में 1000 के करीब प्रतिमाएं विराजमान की जाती है.
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FIRST PUBLISHED : September 11, 2023, 23:07 IST