मेरठ5 मिनट पहले
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मेरठ एसटीएफ ने पकड़ा फर्जी कर्नल, सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर 45 लाख रुपयों से ज्यादा ठगे
मेरठ STF ने सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी कर्नल को अरेस्ट किया है। एसटीएफ के अनुसार यह व्यक्ति खुद को सेना भर्ती बोर्ड का कर्नल बताकर लोगों से पैसे ठगता था।
लोगों को बरगलाने के लिए फौजी की वर्दी पहनता, अपने साथ कुछ लड़कों को रखता। ये लड़के भी आर्मी यूनिफार्म में फर्जी कर्नल के साथ खड़े हो जाते। इस तरह सामने वाले पर अपना प्रभाव जमाकर पैसे ऐंठता। अब तक 45 लाख रुपयों से ज्यादा की रकम ठग चुका है।
फर्जी कर्नल के पास मिले कई आई कार्ड
कई युवाओं ने पुलिस के पास पैसे देकर भी नौकरी न लगने की शिकायत की थी। पुलिस ने यह जानकारी STF के साथ शेयर की थी। इसके बाद STF की टीम फर्जी कर्नल को खोजने में जुटी। जिसे मुखबिर की सूचना के बाद अरेस्ट किया है। पुलिस फर्जी कर्नल से पूछताछ कर रही है।
STF के एएसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि यह व्यक्ति सामान्य ड्राइवर है। कर्नल बनकर लोगों को ठग रहा था। युवाओं को रौब दिखाकर फंसाता, बाद में सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर उनसे रकम ऐंठ लेता। इंडियन आर्मी में फर्जी कर्नल सत्यपाल सिंह यादव पुत्र करण सिंह को अरेस्ट किया है। सत्यपाल सिंह मेरठ के कसेरु बक्सर थाना गंगानगर का रहने वाला है। यहीं से एसटीएफ उसे अरेस्ट करके लाई है।
एलडीसी क्लर्क भर्ती के नाम पर ठगे पैसे
अपने बेटे के साथ मिलकर चला रहा था पूरा सिंडिकेट
एसटीएफ मेरठ के एएसपी बृजेश कुमार ने बताया कि सत्यपाल ने सुनील यादव, उसकी बहन पूनम कुमारी को फौज में एलडीसी क्लर्क के पद पर भर्ती करने का लालच दिया था। इस भर्ती के लिए सत्यपाल ने सुनील से 16 लाख रुपये 2 साल पहले लिए थे। ये रकम लेकर सत्यपाल ने सुनील उसकी बहन पूनम दोनों के नाम का ज्वाइनिंग लेटर मई में जारी कर दिया। यह ज्वाइनिंग लेटर सुनील के घर इस्माइलपुर, बुलंदशहर में स्पीड पोस्ट किया गया।
लखनऊ रिक्रूटमेंट ऑफिस हेड क्वार्टर में फर्जी निकला लेटर
फर्जी कर्नल बनकर खुद ग्राहक फांसता, बाद में बेटा भेजता फर्जी ज्वाइनिंग लेटर
जब पूनम उसका भाई सुनील 7 मई को अपने ज्वाइनिंग लेटर के अनुसार लखनऊ रिक्रूटमेंट ऑफिस हेड क्वार्टर 236 एमजी रोड लखनऊ कैंट 2 में जॉइनिंग करने गए। तो सारा खेल सामने आया। लखनऊ में पता चला कि यह जॉइनिंग लेटर फर्जी है।
ड्राइवर था कर्नल बनकर करता ठगी
भाई, बहन को मिलकर ठगा, 16 लाख रुपए ऐंठे
फर्जी कर्नल बनकर भर्ती का झांसा देने वाला सत्यपाल 1985 में इंडियन आर्मी में भर्ती हुआ था। 2003 में नायक एम्टी ड्राइवर की पोस्ट से रिटायर हुआ था। सत्यपाल खुद 10वीं फेल है। इसकी पोस्टिंग मेरठ ,लखनऊ सेंटर, सिक्किम, अमृतसर ,श्रीनगर जे&के, में रही है। रिटायरमेंट के 3 साल बाद सत्यपाल को पैरालिसिस हो गया था। इसके बाद सत्यपाल ने पैसा कमाने के लिए यह तरीका निकाला।
मेरठ में 2019 में हो चुका है मुकदमा
फौज में ड्राइवर से रिटायर हुआ, लेकिन कर्नल बनकर करने लगा ठगी
सत्यपाल खुद को भारतीय सेना के भर्ती केंद्र का कर्नल दिखाकर लड़कों से पैसे लेता। आगे का काम इसका लड़का रजत करता। सत्यपाल पर 2019 में मेरठ में धारा 420,406, 506 मुकदमा भी हो चुका है। सत्यपाल का बेटा रजत, उर्फ देवेंद्र अपने लैपटॉप पर टाइप करके प्रिंट निकलता है। यही फर्जी लैटर वो अलग-अलग जगहों से स्पीड पोस्ट करता था।
कर्नल की फर्जी वर्दी, आईडी कार्ड बरामद
फर्जी कर्नल के पास से टीम को 5 ज्वाइनिंग लेटर सेना एलडीसी, 5 स्टांप, प्रिंटर, भारतीय फौज कर्नल की यूनिफार्म, फर्जी आईडी कार्ड मिले हैं।