मुरादाबाद13 मिनट पहले
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मुरादाबाद के जिला कमांडेंट होमगार्ड्स अभिलेश नारायण सिंह की तहरीर पर सिविल लाइंस पुलिस ने होमगार्ड्स के कंपनी कमांडर के खिलाफ FIR दर्ज की है। कंपनी कमांडर पर आरोप है कि उसने विभाग के मास्टररौल पर सफेदा लगाकर फर्जी हाजिरी लगाई और 51 दिन का वेतन अधिक ले लिया। जब उसे इसके लिए सस्पेंड कर दिया गया तो उसने निलंबित रहने के दौरान वर्दी पहनकर मीडिया को बयान दिया। जिसमें उसने विभाग के उच्चाधिकारियों पर कई गंभीर आरोप लगाए।
साल 2016 में सिविल लाइंस में तैनाती हुई थी
सिविल लाइंस थाने में दर्ज कराई FIR में जिला कमांडेंट होमगार्ड्स अभिलेश नारायण सिंह ने कहा है कि राजेंद्र सिंह होमगार्ड्स की कंपनी 13-नगर में कंपनी कमांडर के पद पर तैनात है। राजेंद्र सिंह सितंबर 2016 में सिविल लाइंस में ड्यूटी पर तैनात था।
होमगार्ड्स मुख्यालय द्वारा कराई गई जांच में पाया गया कि इस दौरान राजेंद्र सिंह ने कपटपूर्वक 1237 कार्यदिवस के बजाए 1288 कार्यदिवस का वेतन प्राप्त कर लिया था। विभाग के मस्टररौल पर सफेदा लगाकर उसने अपनी फर्जी उपस्थिति दर्शा दी थी। इस तरह उसने 15300 रुपए ज्यादा प्राप्त कर लिए थे।
बिना अधिकारी के अनुमति से मीडिया से की थी बातचीत
फर्जीवाड़ा पकड़ में आने के बाद विभाग ने उसे सस्पेंड कर दिया था। उसके खिलाफ धोखाधड़ी की एक FIR भी सिविल लाइंस थाने में दर्ज करा दी गई थी। इसके साथ ही उसे ड्यूटी से भी हटा दिया गया था। जिला कमांडेंट होमगार्ड्स अभिलेश नारायण सिंह का आरोप है कि इस मामले में विभाग के सक्षम अधिकारी से अनुमति लिए बिना कंपनी कमांडर राजेंद सिंह ने मीडिया से बातचीत की।
कंपनी कमांडर के बयान से विभाग की छवि खराब हुई
सस्पेंड होने के बावजूद राजेंद्र ने वर्दी पहनकर मीडिया को बयान जारी किया, जिसमें उच्चाधिकारियों के बारे में उल्टी सीधी बातें कहीं। जिला कमांडेंट होमगार्ड्स का कहना है कि कंपनी कमांडर राजेंद्र सिंह का ये आचरण उत्तर प्रदेश पुलिस सोशल मीडिया पॉलिसी – 2023 का उल्लंघन है। उसके बयान की वजह से विभाग की गरिमा धूमिल हुई है। जिला कमांडेंट होमगार्ड्स अभिलेश नारायण सिंह की ओर से एसएसपी को भेजे गए पत्र के आधार पर सिविल लाइंस पुलिस ने आरोपी कंपनी कमांडर राजेंद्र सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।