भाजपा-आईपीएफटी की सरकार महिलाओं की सुरक्षा और आराम को प्राथमिकता दे रही है और स्वयं सहायता समूहों की संख्या 2018 में 4,000 थी, जो बढ़कर 2022 में 50 हजार हो गई है। हम शहरी क्षेत्रों में महिलाओं के लिए पिंक शौचालय स्थापित करेंगे और बजट में इसके लिए एक परिव्यय निर्धारित किया गया है।
अगरतला। त्रिपुरा सरकार ने ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के लिए पिंक शौचालय बनवाने के प्रयास शुरू किए हैं। मुख्यमंत्री माणिक साहा ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि भाजपा-आईपीएफटी की सरकार महिलाओं की सुरक्षा और आराम को प्राथमिकता दे रही है और स्वयं सहायता समूहों की संख्या 2018 में 4,000 थी, जो बढ़कर 2022 में 50 हजार हो गई है।
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, “हम शहरी क्षेत्रों में महिलाओं के लिए पिंक शौचालय स्थापित करेंगे और बजट में इसके लिए एक परिव्यय निर्धारित किया गया है। घरेलू हिंसा हो या महिलाओं के खिलाफ कोई अन्य अपराध, हमारी सरकार त्वरित कार्रवाई करती है। पूरे शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, और मैं इन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की कार्यप्रणाली पर कड़ी नजर रखता हूं।
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