रामकुमार नायक/महासमुंद (रायपुर): रक्षाबंधन को सिर्फ कुछ ही दिन रह गए हैं. महासमुंद समेत राजधानी रायपुर में भी राखियों का बाजार सज गया है. बहनों ने भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधने की तैयारी अभी से करना शुरू दी है. समय के साथ-साथ राखी के पैटर्न में भी काफी बदलाव आया है. बाजार में इतनी डिजाइन की राखी आ गई हैं कि बहने कन्फ्यूज हैं.
रक्षाबंधन सावन महीने की पूर्णिमा को हर साल मनाया जाता है. सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को समर्पित है. ऐसे में भगवान भोलेनाथ से संबंधित राखियां भी चलन में बढ़ गई हैं. बहने अपने भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधने के लिए शिवलिंग और नागदेवता की कलाकृति से तैयार राखियों की डिमांड कर रही हैं. जिस प्रकार से शिवपुराण का चलन बढ़ा है, ऐसे में कई शिव भक्त ओम, स्वास्तिक, शिवलिंग जैसे डिजाइनों की राखियां लेना पसंद कर रहे हैं.
ये हैं राखियों के रेट
राजधानी रायपुर के पुरानी बस्ती स्थित लिली चौक पर राखियों का स्टॉल लगाने वाले आकाश सिन्हा बताते हैं कि रक्षाबंधन के 15 दिन पहले से राखियों का स्टॉल लगाते हैं. हमारी दुकान 15 अगस्त से लगी हुई है. शिव महापुराण और सावन के महीने की वजह से ज्यादातर भगवान शिव से संबंधित राखियां चल रही हैं. नई राखियों के अलावा पुरानी राखी भी डिमांड में है. हमारे यहां 10 से लेकर 300 रुपये तक की राखी है. दर्जनों में लेने से 50 से लेकर 800-900 रुपये की राखियां भी हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 27, 2023, 00:57 IST