मणिपुर के संबंध में द्रमुक नेता ए. राजा की टिप्पणी से विवाद पैदा हुआ

केंद्रीय मंत्री गोयल के अलावा, भाजपा सदस्य निशिकांत दुबे और रविशंकर प्रसाद ने भी राजा द्वारा यूरोपीय संसद के प्रस्ताव के संदर्भ में मणिपुर मुद्दा उठाने पर आपत्ति जताई।

द्रमुक नेता ए. राजा ने मणिपुर में स्थिति से निपटने के भारत सरकार के तौर-तरीके की कथित आलोचना करने संबंधी यूरोपीय संसद के प्रस्ताव का सोमवार को जिक्र किया, जिससे विवाद पैदा हो गया और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने पूर्व केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी को कार्यवाही से हटाने की मांग की।

राजा ने ‘संसद के 75 वर्ष’ विषय पर चर्चा में भाग लेते हुए मणिपुर में स्थिति के मुद्दे का उल्लेख किया, जहां तीन मई से जातीय हिंसा जारी है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री राजा ने कहा, ‘‘यूरोपीय संघ में मणिपुर मुद्दे पर चर्चा हुई और यूरोपीय संघ ने सरकार की गतिविधियों की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया।’’

केंद्रीय मंत्री गोयल के अलावा, भाजपा सदस्य निशिकांत दुबे और रविशंकर प्रसाद ने भी राजा द्वारा यूरोपीय संसद के प्रस्ताव के संदर्भ में मणिपुर मुद्दा उठाने पर आपत्ति जताई।

इस पर वाणिज्य मंत्री गोयल ने आपत्ति जताई और कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ सदस्य तुच्छ राजनीति में लिप्त हैं और कुछ फायदे हासिल करने के लिए चर्चा के स्तर को गिरा रहे हैं। मैं भारत की निंदा करने वाली इन टिप्पणियों को सदन के रिकॉर्ड से हटाने का अनुरोध करता हूं।’’

भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने राजा पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या वह सनातन धर्म पर अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगेंगे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।



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