हाइलाइट्स
परेश रावल अपने बयान के कारण मुसीबत में घिरे
बंगाली और मछली पकाओ शब्दोंं के कारण देनी पड़ी सफाई
कोलकाता पुलिस ने परेश रावल को सोमवार को किया है तलब
कोलकाता. गुजरात चुनाव (Gujarat Elections) के दौरान एक रैली में की गई टिप्पणी पर एक्टर और राजनेता परेश रावल ( Paresh Rawal) की मुसीबत बढ़ गई हैं. उन्हें कोलकाता पुलिस (Kolkata Police) ने सोमवार को मौजूद रहने को कहा है. इसके लिए पूर्व सांसद और माकपा नेता मोहम्मद सलीम ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. कोलकाता के तलतला पुलिस स्टेशन को सौंपी शिकायत में सलीम ने कहा है कि इसे प्राथमिकी के तौर पर माना जाए और परेश रावल पर मुकदमा कायम किया जाए. उनका कहना था कि परेश रावल की टिप्पणी बंगालियों के खिलाफ प्रतिकूल राय पैदा कर रही है. बंगाल में सत्तारूढ टीएमसी ने भी परेश रावल के बयान पर आपत्ति जताई है.
पूर्व सांसद मोहम्मद सलीम ने कहा कि बंगाली राज्य की सीमा के बाहर भी बड़ी संख्या में बंगाली लोग रहते हैं. मुझे ऐसी आशंका है कि परेश रावल की गलत टिप्पणी के कारण उनमें से कई को निशाना बनाया जा सकता है. ऐसे में परेश रावल पर भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं में मामला दर्ज होना चाहिए. वहीं, पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री शशि पांजा ने कहा कि यह असंवेनशील टिप्पणी है. बंगालियों और मछली खाने की उनकी आदत पर टिप्पणी करना दुर्भाग्यपूण है. अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस परेश रावल के बयानों की निंदा करती है.
माफी मांगी और सफाई देकर कहा- मेरा वो मतलब नहीं था
परेश रावल ने रैली के दौरान कहा था कि गुजरात के लोग महंगाई को सहन करेंगे, लेकिन अपने पड़ोस में ‘बांग्लादेशियों और रोहिंग्या’ को नहीं.’ परेश रावल ने इसके लिए ‘मछली पकाने’ वाला चालू शब्द इस्तेमाल किया था. जब उनके बयान को हेट स्पीच बताया गया और आलोचना हुई तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि उनका बंगाली शब्द का मतलब अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंग्या से था.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Gujarat Elections, Kolkata Police, Paresh rawal
FIRST PUBLISHED : December 06, 2022, 20:57 IST