भ्रष्टाचार के मामले में चंद्रबाबू नायडू गिरफ्तार, जानें आंध्र प्रदेश के पूर्व CM के पर क्या हैं आरोप?

Chandrababu Naidu Arrest: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले उन्हें वारंट मिला था। चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी शनिवार सुबह छह बजे की गई है। कहा जा रहा है कि कौशल विकास मामले में भ्रष्टचार के आरोप में उन्हें वारंट मिला था। उनके खिलाफ जो धाराएं लगाई गईं थीं, वो गैर जमानती थीं।

चंद्रबाबू नायडू को मेडिकल जांच के लिए नंदयाला अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जिसके बाद उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। कहा जा रहा है कि गिरफ्तारी के बाद नायडू ने पुलिस के साथ सहयोग करने की बात कही।

शनिवार तड़के जारी किया गया था गैरजमानती वारंट

आपराधिक जांच विभाग (CID) ने शनिवार यानी आज तड़के भ्रष्टाचार के मामले में तेलुगु देशम पार्टी (TDP) चीफ और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू को गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। मामले में प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) 2021 में दर्ज की गई थी।

रिपोर्ट्स के अनुसार, चंद्रबाबू नायडू को गिरफ्तारी ज्ञापन दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) की धारा 50 (1) (2) के तहत जारी किया गया था। चंद्रबाबू नायडू को गिरफ्तारी वारंट शनिवार तड़के जारी किया गया, जब पूर्व मुख्यमंत्री आंध्र प्रदेश के नंदयाला शहर में एक सार्वजनिक संबोधन के बाद अपनी वैनिटी वैन में आराम कर रहे थे।

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चंद्रबाबू नायडू ने किया था गिरफ्तारी का दावा

हाल ही में चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया था कि उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मामले के संबंध में पुलिस ने कहा कि अदालत को सभी विवरण और सामग्री उपलब्ध करा दी गई है। नायडू पुलिस के साथ सहयोग करने के लिए सहमत हुए और उन्हें अपने काफिले में ले जाया जाएगा जबकि उनकी सुरक्षा को उनके साथ जाने की अनुमति दी जाएगी।

आंध्र के मंत्री मेरुगा नागार्जुन ने की थी गिरफ्तारी की मांग

बता दें कि शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री मेरुगा नागार्जुन ने जनता का पैसा लूटने के आरोप में चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी की मांग की थी। ताडेपल्ली में एक मीडिया सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कैश फॉर वोट मामले में वहां से भागने से पहले चंद्रबाबू ने हैदराबाद में लेक व्यू गेस्ट हाउस की मरम्मत के लिए 10 करोड़ रुपये खर्च किए थे।

समाज  कल्याण मंत्री ने आरोप लगाया कि चंद्रबाबू नायडू ने मुख्यमंत्री कार्यालय पर और 10 करोड़ रुपये खर्च किए। साथ ही चार्टर्ड उड़ानों के लिए 100 करोड़ रुपये और धर्म पोराटा दीक्षा पर 80 करोड़ रुपये भी खर्ज किए हैं।

उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री ने उनकी (चंद्रबाबू नायडू) तरह जनता का पैसा बर्बाद नहीं किया बल्कि लोगों के खातों में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से 2.31 लाख करोड़ रुपये वितरित किए।

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