पुणे2 घंटे पहले
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भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Bharat NCAP या BNCAP) के कमांड और कंट्रोल सेंटर की ओपनिंग कर दी गई है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पुणे के चाकन में केंद्रीय सड़क परिवहन संस्थान (CIRT) में इसका उद्घाटन किया।
यहां भारतीय परिस्थितियों के अनुसार तय नॉर्म्स पर एजेंसी कारों का क्रेश टेस्ट कर उन्हें सेफ्टी रेटिंग देगी। इस टेस्ट में कारों को 0 से 5 स्टार तक की रेटिंग दी जाएगी। 0 स्टार का मतलब अनसेफ और 5 स्टार का मतलब पूरी तरफ सेफ माना जाता है। कारों का क्रेश टेस्ट एक अक्टूबर से किया जाएगा। अब तक ऑटो मेकर कंपनियों ने कारों के करीब 30 मॉडलों को टेस्ट के लिए रजिस्टर करा लिया है।
अभी GNCAP और LNCAP तय करती थीं रेटिंग
इससे पहले विदेशी एजेंसी ग्लोबल एनकैप (GNCAP) और लैटिन एनकैप (LNCAP) अपने स्टैंडर्ड के अनुसार भारतीय कारों का टेस्ट कर उन्हें सेफ्टी रेटिंग देती थीं। यह रेटिंग कई मायनों में भारतीय परिस्थितियों के हिसाब से फिट नहीं होती, इसलिए केंद्र सरकार ने अपने रेटिंग सिस्टम BNCAP की शुरुआत की।
देशी एजेंसी से टेस्टिंग 75% कम खर्चीली
गडकरी ने कहा, ‘भारत-NCAP के तहत देश में व्हीकल की टेस्टिंग कॉस्ट करीब 60 लाख रुपए होगी, जबकि ग्लोबल लेवल पर यह कॉस्ट 2.5 करोड़ रुपए है। यानी अब देशी एजेंसी से टेस्टिंग कराने पर कंपनियों का 75% कम खर्च होगा।
भारत NCAP से फायदा क्या होगा?
इससे ग्राहकों को बेहतर सेफ्टी वाली कार चुनने का ऑप्शन मिलेगा। साथ ही देश में सुरक्षित कार बनाने के लिए कंपनियों में कॉम्पिटिशन बढ़ेगा। उन्हें टेस्टिंग के लिए अपनी कार विदेश भी नहीं भेजनी पड़ेगी।
वेबसाइट पर देख सकेंगे क्रैश टेस्ट के रिजल्ट
केंद्र ने एक मॉनिटरिंग कमेटी बनाई है। यह BNCAP की टेस्टिंग का एनालिसिस करेगी। मॉनिटरिंग कमेटी की मंजूरी मिलने पर ही BNCAP अपनी वेबसाइट पर स्टार रेटिंग और टेस्ट रिजल्ट्स शो करेगा।