तंजानिया के विदेश मंत्री यूसुफ मकाम्बा ने राष्ट्रपति सामिया सुलुहू हसन और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच सोमवार को होने वाली द्विपक्षीय वार्ता से पहले कहा कि भारत और तंजानिया सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े 15 समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। तंजानिया के किसी राष्ट्रपति की आठ साल से अधिक समय के बाद भारत की पहली यात्रा है।
मकाम्बा ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘तंजानिया के लिए यह यात्रा बहुत महत्वपूर्ण है। हमें उम्मीद है कि व्यापार और निवेश बढ़ाने की प्रतिबद्धताओं की घोषणा की जाएगी। हम दोनों देश की सरकारों के अलावा निजी संस्थाओं के साथ भी सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े कम से कम 15 समझौते किये जाने की उम्मीद करते हैं।’’
भारतीय समकक्ष एस जयशंकर के साथ पहले ही द्विपक्षीय चर्चा में हिस्सा ले चुके तंजानिया के विदेश मंत्री इस बात को लेकर आशान्वित हैं कि आधिकारिक विकास सहायता (ओडीए) में एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में भारत, इस अफ्रीकी देश में एक जल परियोजना के विस्तार की घोषणा कर सकता है।
भारत ने अब तक तंजानिया में जल परियोजनाओं के लिए एक अरब अमेरिकी डॉलर की सहायता दी है।
तंजानिया की राष्ट्रपति 10 अक्टूबर को नयी दिल्ली में एक व्यापार मंच को भी संबोधित करेंगी। इस दौरान तंजानिया और भारतीय कंपनियों के बीच नये करार और साझेदारी पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।
मकाम्बा ने कहा, ‘‘इस यात्रा का उद्देश्य व्यापार को बढ़ाना, भारतीय व्यापार समुदाय से बात करना, भारत सरकार से व्यापार के विस्तार की बाधा और चुनौतियों पर बात करना है।…और हमारा मानना है कि हम अगले तीन वर्षों में 10 अरब अमरीकी डालर का द्विपक्षीय व्यापार हासिल कर सकेंगे।
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