भारतीय वायुसेना की 91वीं वर्षगांठ के मौके पर रविवार को यहां गंगा और यमुना के संगम क्षेत्र में वायुसेना के विमानों ने शानदार एयर शो का प्रदर्शन किया।
बड़ी संख्या में लोग इस एयर शो को देखने के लिए कई किलोमीटर दूर से पैदल चलकर आए थे।
संगम क्षेत्र, परेड ग्राउंड, अरैल घाट पर नगर के कोने-कोने से आए लाखों लोगों ने इस एयर शो का आनंद उठाया, यहां तक कि गंगा नदी पर बने शास्त्री पुल और यमुना के नये पुल पर इस एयर शो को देखने के लिए लोगों का जमघट लगा रहा।
वहीं सेना के अधिकारियों और उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने यमुना के तट पर स्थित किले से इस एयर शो का आनंद लिया।
दोपहर ढाई बजे शुरू हुए इस एयर शो में भारतीय वायुसेना के करीब 108 विमानों ने हिस्सा लिया जिसमें भारतीय सेना का एएलएच ध्रुव हेलीकाप्टर और भारतीय नौसेना का पी-8आई विमान भी शामिल थे। भारत में पहली बार सी-295 परिवहन विमान ने भी इस एयर शो में हिस्सा लिया।
इस एयर शो में प्रमुख विमानों में चिनूक, जगुआर, अपाचे, राफेल, तेजस, सी-17, हॉक, टाइगरमोठ और पिलाटस शामिल रहे।
इससे पूर्व, भारतीय वायुसेना की ओर से वायुसेना दिवस परेड का आयोजन किया गया जिसमें वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, प्रमुख रक्षा अयक्ष जनरल अनिल चौहान, एयर मार्शल आरजीके कपूर और वायुसेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
इस मौके पर वायुसेना प्रमुख ने भारतीय वायुसेना के नए ध्वज का अनावरण भी किया।
यह वायुसेना दिवस की पहली परेड है जिसकी कमान एक महिला अधिकारी ग्रुप कैप्टन शालिजा धामी ने संभाली। साथ ही पहली बार इस परेड में महिलाओं की एक टुकड़ी थी जिसमें अग्निवीर वायु महिलाओं को शामिल किया गया और जिन्होंने पुरुष सैनिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मार्च किया।
संगम क्षेत्र में एयर शो संपन्न होने के बाद एक साथ लाखों की भीड़ अपने घरों के लिए वापस निकलने से पुलिस को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
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