शुभम मरमट/उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल से छह किलोमीटर की दूरी पर भगवान चिंतामन गणेश विराजमान है. दुनिया भर में गणेश चतुर्थी का पर्व आज से मनाया जा रहा है. इसी क्रम में भगवान श्री चिंतामन गणेश को आज सुबह पंचामृत अभिषेक करने के पश्चात मावा से आकर्षक रूप से श्रृंगार किया गया.
प्रतिदिन सवा लाख लड्डुओं का लगेगा भोग
श्री चिंतामण गणेश भगवान के दर्शन करने पहुंचने वाले प्रत्येक दर्शनार्थियों को लड्डुओं का प्रसाद भी दिया जा रहा है. 10 दिन के अंदर 50 से 60 कुंटल लड्डू यहां बाटे जाएंगे. श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी तो प्रसाद और भी बढ़ जाएगा.
हजारों की संख्या मे श्रद्धालु आते हैं
प्रतिदिन चिंतामन गणेश के दर्शन करने हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. गणेश चतुर्थी के वक्त यहां 10 दिवसीय उत्सव मनाया जाता है,जिसे देखने श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं.
दर्शन मात्र से हर मनोकामना होती है पूरी
भगवान प्रभु श्री राम लक्ष्मण और सीता जी वनवास के दौरान जब उज्जैन पहुंचे थे, तब उन्होंने भगवान श्री चिंतामन इच्छामन और मंशामन की स्थापना कर पूजन और अभिषेक किया था. चिंतामण गणेश मंदिर में आने वाले सभी दर्शनार्थियों की मनोकामना भगवान दर्शन मात्र से ही पूरी करते हैं. वैवाहिक कार्य हो मांगलिक कार्य हो या संतान की प्राप्ति हो हर प्रकार की मनोकामना को भगवान पूर्ण करते हैं.
अष्टविनायक में से एक
एक ही जगह विराजमान हैं चिंतामणि, इच्छामन और सिद्धिविनायक. देश विदेश से श्रद्धालु दर्शन करने आते है. इस मंदिर के शिखर पर सिंह विराजमान है. वर्तमान मंदिर का जीर्णोद्धार अहिल्याबाई होलकर के शासनकाल में हुआ. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार चिंतामण गणेश माता सीता द्वारा स्थापित अष्ट विनायकों में से एक हैं.
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FIRST PUBLISHED : September 19, 2023, 19:11 IST