गुलशन सिंह/बक्सर. बिहार के बक्सर जिला में सिंचाई का साधन सीमित है. खासकर जिला के उत्तरी क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा बेहद कम है. इसके बावजूद चुनौतियों का सामना करते हुए किसान हरी सब्जियों की बड़े पैमाने पर खेती कर आत्मनिर्भर बन रहे हैं. डुमरांव अनुमंडल के रमधनपुर गांव के पास बसगीतिया में किसान उमाशंकर चौधरी हर साल केवल सब्जी की खेती से ढाई से तीन लाख मुनाफा कमाते हैं. इस कमाई से किसान अपने परिवार का भरण-पोषण अच्छे तरीके से करते हैं. किसान उमाशंकर चौधरी ने इस बार एक एकड़ में बैगन की खेती की है. बैगन का फलन इतना शानदार हुआ कि महज एक माह में एक लाख से अधिक की आमदनी हुई. उन्होंने कहा कि विभिन्न तरह की सब्जियों की खेती पिछले 20 वर्षो से करते आ रहे हैं. जिसमें बैगन की खेती पिछले 10 वर्षो से कर रहे है. उन्होंने आगे कहा कि इस साल भी एक एकड़ में वीएनआर किस्म का गोलाकार बैगन उपजा रहे हैं.
किसान उमाशंकर चौधरी ने कहा कि बैगन के पौधे की रोपाई मई माह में किया था. जबिक उस समय इसमें 15 हजार का लागत आया था. इसके बाद दवा और सिंचाई करते-करते लागत 40 हजार तक पहुंच गया. हालांकि, जब फल निकलने लगा और बिकने लगा तो लागत भी वापस आ गया. उन्होंने बताया कि इस समय खेत से एक बार में लगभग पांच क्विंटल बैगन निकल रहा है. जिसको ऑटो के माध्यम से नया भोजपुर सब्जी मंडी ले जाते हैं, जहां व्यापारियों को नगद रुपये लेकर बैगन बेच देते हैं. उन्होंने बताया कि शुरुआती दिनों में जब बैगन निकल रहा था तब 50 रुपये प्रतिकिलो के भाव से बिक्री हुआ. उन्होंने बताया कि केवल जून माह में बैगन से कुल खर्च काटकर 60 हजार की बचत हुई थी. वहीं अब रेट में काफी गिरावट आई है, लिहाजा 12 रुपये प्रतिकिलो खेत से बैगन बेच रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : September 07, 2023, 11:29 IST