बीमा, जियो एयर फाइबर, हरित ऊर्जा के जरिये रिलायंस नई उड़ान भरने को तैयार : मुकेश अंबानी

उन्होंने कहा कि रिलायंस पवन ऊर्जा क्षेत्र में भी कदम बढ़ा रही है। अंबानी ने कृषि अवशेषों को गैस में बदलने की योजना के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कंपनी कृषि अपशिष्ट को गैस में बदलने के लिए अगले पांच साल में 100 सीबीजी संयंत्र स्थापित करेगी।

उद्योगपति मुकेश अंबानी ने विविध कारोबार से जुड़े अपने समूह की वृद्धि को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिये सोमवार को रूपरेखा पेश की। इसमें हाल में रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग हुई वित्तीय सेवा इकाई के बीमा कारोबार में दस्तक देने, दूरसंचार इकाई जियो का घरों के लिये ‘वायरलेस ब्रॉडबैन्ड’ सेवाएं शुरू करने की योजना शामिल हैं।
इसके साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश करना जारी रखेगी। इसमें पराली और अन्य कृषि अवशेषों को गैस में परिवर्तित करने के लिये 100 सीबीजी (कंप्रेस्ड बायोगैस) संयंत्र स्थापित करना शामिल हैं।
इससे वाहनों के साथ बिजलीघरों को ईंधन मिलेगा। इससे कंपनी के परंपरागत जीवाश्म ईंधन आधारित कारोबार से होने वाले उत्सर्जन की भरपाई हो सकेगी। देश के उत्तरी भाग में सर्दियों में पराली जलाना प्रदूषण का एक प्रमुख स्रोत है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कंपनी के शेयरधारकों की सालाना आम बैठक (एजीएम) को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि उनके दोनों बेटे…आकाश और अनंत तथा बेटी…ईशा उत्तराधिकार योजना के तहत कंपनी निदेशक मंडल में शामिल होंगे।
अंबानी 19 अप्रैल, 2024 को समाप्त होने वाले मौजूदा कार्यकाल के बाद अगले पांच साल तक कंपनी के चेयरमैन बने रहेंगे।
उन्होंने कहा कि रिलायंस रिटेल किराना से लेकर अत्याधुनिक फैशन तक की पेशकश के साथ देश में सबसे बड़ा खुदरा विक्रेता बनी हुई है। कतर निवेश प्राधिकरण (क्यूआईए) से एक अरब डॉलर जुटाने के बाद रिलायंस रिटेल अन्य शीर्ष निवेशकों को आकर्षित कर रही है।
अंबानी ने कहा, ‘‘कई प्रमुख वैश्विक रणनीतिक और वित्तीय निवेशकों ने रिलायंस रिटेल में रुचि दिखाई है।’’ हालांकि उन्होंने इस बारे में विस्तार से कोई जानकारी नहीं दी।

उन्होंने 2019 में कहा था कि समूह की योजना पांच साल में खुदरा कारोबार को सूचीबद्ध करने की है। हालांकि, अंबानी ने इसकी सूचीबद्धता के बारे में कुछ नहीं कहा।
अंबानी ने हाल ही में सूचीबद्ध जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (जेएफएस) के बारे में कहा कि जेएफएस 1,20,000 करोड़ रुपये के नेटवर्थ के साथ दुनिया में सबसे अधिक पूंजी के साथ शुरुआत करने वाले वित्तीय सेवा मंचों में से एक है।
ओ-2-सी (पेट्रोलियम और रसायन), दूरसंचार और खुदरा क्षेत्र के बाद रिलायंस का यह चौथा कारोबार है।
जेएफएस ने म्यूचुअल फंड कारोबार के लिये ब्लैकरॉक के साथ एक संयुक्त उद्यम की घोषणा की है।
उन्होंने कहा, ‘‘जेएफएस बीमा क्षेत्र में दस्तक देगी। कंपनी सरल लेकिन स्मार्ट तरीके से जीवन बीमा, साधारण और स्वास्थ्य बीमा उत्पादों की पेशकश करेगी।’’

जियो के बारे में अंबानी ने कहा कि अपनी शुरुआत के बाद से सात साल में जियो ने 45 करोड़ से अधिक ग्राहक बनाये हैं। प्रति उपयोगकर्ता डेटा (इंटरनेट) खपत हर महीने 25 जीबी से ऊपर हो गई है।
उन्होंने कहा कि इसकी 5जी सेवा अब 96 प्रतिशत से अधिक शहरों को कवर कर चुकी है और दिसंबर तक इसे पूरे देश में पहुंचाने का लक्ष्य है। यह इस दिशा में आगे बढ़ रही है। इससे यह दुनिया में कहीं भी इस पैमाने पर सबसे तेजी से 5जी सेवा शुरू करने वाली कंपनी बन गयी है।
अंबानी ने हाल ही में पेश किये गये जियोभारत के बारे में भी बात की। इसका लक्ष्य 25 करोड़ फीचर फोन उपयोगकर्ताओं तक पहुंचना है।
कंपनी ने 999 रुपये में 4जी फोन पेश किया है।

यह ‘लाइव टीवी स्ट्रीमिंग’, वीडियो और संगीत चलाने, डिजिटल फोटोग्राफी और यूपीआई भुगतान की सुविधा देता है।
कंपनी की ऑप्टिकल फाइबर-आधारित होम ब्रॉडबैंड सेवा…जियो फाइबर के ग्राहकों की संख्या एक करोड़ को पार गयी है।
अंबानी ने कहा, ‘‘ एक करोड़ से अधिक परिसर हमारी ऑप्टिकल फाइबर सेवा जियो फाइबर से जुड़े हैं। अब भी लाखों परिसर ऐसे हैं जहां वायर कनेक्टिविटी देना मुश्किलों भरा है। जियो एयर फाइबर इस मुश्किल को आसान करेगी। इसे 19 सितंबर यानी ‘गणेश चतुर्थी’ के दिन पेश किया जाएगा।’’
उन्होंने तेल और गैस कारोबार के बारे में कहा कि बीपी के साथ कंपनी का संयुक्त उद्यम बंगाल की खाड़ी में उनके केजी-डी6 क्षेत्रों से प्रतिदिन तीन करोड़ घनमीटर गैस उत्पादन करने के रास्ते पर है।

यह देश के कुल गैस उत्पादन का एक- तिहाई है।
अंबानी ने कहा कि कंपनी ने अपने तेल रिफाइनिंग और पेट्रोरसायन कारोबार के साथ 2035 तक शुद्ध रूप से शून्य कार्बन शून्य उत्सर्जन हासिल करने का लक्ष्य रखा है।
उन्होंने कहा कि रिलायंस गुजरात में अपने जामनगर रिफाइनरी परिसर में सौर पैनल, ऊर्जा भंडारण के लिये बैटरी, हाइड्रोजन उत्पादन के लिये इलेक्ट्रोलाइजर विनिर्माण तथा फ्यूल सेल के विनिर्माण को लेकर 5,000 एकड़ में चार बड़े आकार के कारखाने लगाने में 75,000 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है।

कंपनी ने 2030 तक कम से कम 100 गीगावाट (एक गीगावाट बराबर 1,000 मेगावाट) सौर ऊर्जा स्थापित करने का लक्ष्य लेकर भी चल रही है।
अंबानी ने कहा, ‘‘हम सौर, पवन, बैटरी, हाइड्रोजन और जैव-ऊर्जा मंचों के निर्माण के साथ नये ऊर्जा परिवेश तैयार करने की राह पर हैं।’’उन्होंने कहा कि रिलायंस पवन ऊर्जा क्षेत्र में भी कदम बढ़ा रही है।
अंबानी ने कृषि अवशेषों को गैस में बदलने की योजना के बारे में भी जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि कंपनी कृषि अपशिष्ट को गैस में बदलने के लिए अगले पांच साल में 100 सीबीजी संयंत्र स्थापित करेगी।

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