नीमच में 4 सितंबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जन आशीर्वाद यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। 5 सितंबर को यात्रा रात के समय गांधी सागर क्षेत्र से मंदसौर जिले में प्रवेश करने वाली थी उससे पहले ग्रामीणों ने हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि रामपुरा नगर में पड़ने वाले रावली कुड़ी गांव के ग्रामीण विधायक माधव मारु और चीता प्रोजेक्ट से नाराज थे। जिस कारण उन्होंने हमला किया।
चीता प्रोजक्ट से नाराज
यात्रा पर हमले की वजह चीता प्रोजेक्ट का विरोध है। दरअसल, वन विभाग चीता प्रोजेक्ट के तहत जंगल में फेंसिंग कर रहा है। जिससे ग्रामीणों के पशुओं को आने जाने नहीं दिया जा रहा है। जिस कारण से ग्रामीण नाराज हैं। इसके लिए ग्रामीण दो बार कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर नाराजगी जता चुके हैं। वहीं, विधायक माधव मारु से भी क्षेत्र में चीता प्रोजेक्ट रोकने की मांग कर चुके थे लेकिन ग्रामीणों की सुनवाई नहीं हुई।
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इससे नाराज ग्रामीणों ने मंगलवार को मंदसौर में यात्रा प्रवेश करने से पहले नीमच में जन आशीर्वाद यात्रा पर पथराव कर दिया। इससे पहले वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों के कब्जे से बरसों पुरानी जमीन को मुक्त कराने की कोशिश की थी। वन विभाग के अधिकारियों ने बिना अनुमति किसानों को जमीन से बेदखली का काम कर रहे थे। जिस कारण से ग्रामीण नाराज थे।
विधायक ने बताई कांग्रेस की साजिश
विधायक माधव मारू ने जन आशीर्वाद यात्रा पर हुए हमले को कांग्रेस की साजिश बताई। उन्होंने कहा कि योजनाबद्ध तरीके से जन आशीर्वाद यात्रा पर पीछे से पथराव किया, क्योंकि कुछ लोग कमलनाथ के नारे लगा रहे थे। उन्होंने कहा कि इस हमले में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। पत्थरबाजों की पहचान हो चुकी है। जल्द ही उन पर कार्रवाई की जाएगी।