बिहार में बढ़ रहे अपराध पर इस जिले में कम हुआ क्राइम ग्राफ, एक साल में 50% कम मर्डर, नशे के कारोबार पर भी अंकुश

हाइलाइट्स

बिहार में बढ़ते अपराध के बीच गोपालगंज पुलिस की पहल से 50 फीसदी गिरा हत्या का ग्राफ.
उत्तर प्रदेश-बिहार की सीमा पर स्थित गोपालगंज पुलिस अधीक्षक की पहल से कम हुए अपराध.
पिछले साल की तुलना में इस साल 110 प्रतिशत अधिक हथियार और कारतूस किए गए बरामद.

गोपालगंज. गोपालगंज जिला पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश, बिहार के पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, छपरा और सिवान से सटा है. यहां अपराध करके दूसरे राज्य या अन्य जिलों में छिप जाना आम बात है. लेकिन, मुश्किल परिस्थितियों के बावजूद अपराधिक पृष्ठभूमि के साथ असामाजिक तत्वों पर गोपालगंज पुलिस ने नकेल कसी है और अपराध के आंकड़ों में कमी आई है. यह बात गोपालगंज के एसपी स्वर्ण प्रभात ने प्रेस रिलीज जारी कर कही है.

एक साल में हत्या का 50 फीसदी ग्राफ गिरा : गोपालगंज एसपी ने ग्राफ के जरिए विभिन्न घटनाओं के कमी आने का ब्यौरा भी दिया है. एसपी ने बताया कि पिछले एक साल में हत्या की वारदात में काफी कमी आई है. हत्या के मामले में पिछले साल अगस्त 22 से इस वर्ष पांच अगस्त की तुलना में 50 प्रतिशत कमी आई है. वहीं, लूट में 15 प्रतिशत की कमी होने के साथ हथियार और गोली बरामद में 110 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

जिले में अपराधिक वारदातों में ऐसे आई कमी
गोपालगंज पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2022 में जनवरी से अगस्त तक 53 हत्याएं हुई थी. जबकि वर्ष 2023 में जनवरी से 5 अगस्त तक 26 हत्याएं दर्ज की गई है. गोपालगंज में हत्या के अलावा अन्य अपराधिक वारदातों में भी काफी कमी आई है. पुलिस कार्यालय से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, वर्ष-2022 में जनवरी से अगस्त तक 35 लूट की घटना दर्ज की गई. वहीं वर्ष 2023 में जनवरी से 5 अगस्त तक 30 लूट की घटनाएं घटित हुई. सबसे अधिक पुलिस को हथियार और गोली बरामद करने में सफलता मिली है. वर्ष -2022 में जनवरी से अगस्त तक 52 हथियार और 132 गोली पुलिस ने बरामद किया था. वहीं वर्ष-2023 में जनवरी से 5 अगस्त तक 110 हथियार ओर 267 गोली बरामद किया। जो 111.53 प्रतिशत की वृद्धि किया है. वर्ष 2023 में जिले हत्या लूट हुई.

जेल की सलाखों में टॉप अपराधियों को पहुंचाया
गोपालगंज में अपराधिक आंकड़ों में पिछले साल की अगर बात करें तो हर दूसरे दिन जिले में कोई न कोई व्यक्ति लूट का शिकार हुआ. लूट के बढ़ते मामलों को देखते हुए रात्रि गश्त अभियान पर विशेष जोर दिया गया. इसका परिणाम रहा कि पिछले लूट की संख्या घटकर 30 पर आ गई है. इसके अलावा, चोरी, अपहरण के मामलों में भी कमी आई है. वहीं जिले के सूची में वन टॉप पर रहे अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा गया है.

गोपालगंज एसपी स्वर्ण प्रभात ने गोपालगंज जिले में अपराध से संबंधित आंकड़े प्रस्तुत किए.

जल्द सजा दिलाने के लिए स्पीडी ट्रायल की अनुशंसा
गोपालगंज एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा कि अब जेल में बंद इन अपराधियों पर स्पीडी ट्रायल चलाने की अनुशंसा की गई है और त्वरित गति से सजा दिलाने की कार्रवाई चल रही है. पब्लिक में गोपालगंज पुलिस की इमेज सही करने और पब्लिक से सीधा संवाद रखने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.

लोगों से सीधे जुड़ रहे हैं एसपी, शिकायतों का हो रहा निष्पादन
बिहार का पहला जिला गोपालगंज है, जहां एसपी स्वर्ण प्रभात लोगों से सीधे जुड़ रहे हैं. फेसबुक, गुगल मीट, सोशल मीडिया से संपर्क किया जा रहा है. जिससे लोगों की समस्या का निदान हो रहा है और लोग अपनी बातों को पुलिस के सामने रख रहे हैं. उनको न्याय भी मिल रहा है.

एसपी ने कहा है कि लोगों में गोपालगंज पुलिस के प्रति विश्वास भी जगा है. पुलिस की इस पहल की गोपालगंज के लोगों ने सराहना की है. विदेश में बैठे लोग भी एसपी से सीधा संवाद कर अपनी समस्याओं को रख पा रहें हैं. थानों में उनकी समस्याओं का त्वरित गति से निष्पादन भी हो रहा है.

Tags: Bihar crime news, Crime In Bihar, Gopalganj news, Gopalganj Police

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *