राजाराम मंडल/मधुबनी. कहते हैं कि सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को काफी प्रिय है. यही कारण है कि इस माह में लोग भोलेनाथ की पूजा करने दूर-दूर के मंदिर जाते हैं और अपने आराध्यदेव के दर्शन कर उनसे अपने सुख-दुख बताते हैं. वैसे तो भगवान अंतर्यामी हैं, बावजूद भक्त जब उनसे अपने मन की बात कहता है तो भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं. और फिर मधुबनी जिला तो ऐसा स्थान है, जहां भक्त विद्यापति के घर पर भगवान खुद मनुष्य रूप में उगना बनाकर रहा करते थे. यहां के एक गांव में सावन की अंतिम सोमवरी को नदी किनारे खेलते समय बच्चों को शिवलिंग मिला. इसके बाद से गांव में भक्ति का माहौल है.
दरअसल, मधुबनी जिले के कुनवार गांव में सावन की अंतिम सोमवारी को कुछ बच्चे नदी किनारे खेल रहे थे. इसी दौरान बच्चों ने काले पत्थर का एक टुकड़ा देखा. कुछ बच्चे तो वहां से भाग गए, लेकिन सूरज नाम का एक बच्चा शिवलिंग लेकर घर आ गया. इस बात की जानकारी मिलते ही कुनवार गांव ही नहीं, आसपास के गांव से भी बड़ी संख्या में लोग शिवलिंग देखने आने लगे. इस शिवलिंग को अभी गांव में ही रखा गया है, जहां लोग इसकी पूजा कर रहे हैं.
असाधारण है शिवलिंग
गांववालों का कहना है कि यह शिवलिंग असाधारण है. ऐसे शिवलिंग यदाकदा ही कहीं देखने को मिलते हैं. कई गांव के पुजारी भी इस शिवलिंग को देखने आए. गांव के लोगों को बताया गया कि यह शिवलिंग साधारण नहीं है. मंदिर बनाकर इसे वहीं स्थापित किया जाए जहां शिवलिंग मिला था. इसके बाद गांव वालों ने आपसी सहमति से अब मंदिर बनाना शुरू कर दिया है. हालांकि आसपास पानी जमा होने के कारण अभी मंदिर निर्माण का काम रुका हुआ है. गांव की महिलाओं ने भी बताया कि यहां भगवान भोलेनाथ की असीम कृपा बरसी है, हमलोग अपने भोलेनाथ की सेवा और पूजा करेंगे.
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FIRST PUBLISHED : September 02, 2023, 10:25 IST