सत्यम कुमार/ भागलपुर. मंजिलें क्या है, रास्ता क्या है, हौसला हो तो फासला क्या है? इन्हीं हौसलों ने भागलपुर की बेटी को कांस्य पदक दिलाया है. दरअसल भागलपुर की चांदनी ने कजाकिस्तान के अस्थाना में हुए विश्व जूजीत्सू चैम्पियनशिप में कांस्य पदक हासिल कर भारत का नाम रोशन किया है. इस प्रतियोगिता में चांदनी ने 40 किलो वजन भार निवाजा इवेंट में अमेरिका व मंगोलिया को हराकर कांस्य अपने नाम किया है.
लौटने पर हुआ स्वागत
कजाकिस्तान में अपने हुनर को दिखा कांस्य पदक हासिल करने के बाद भागलपुर लौटी चांदनी का शानदार स्वागत हुआ है. मौके पर लोगों ने कहा कि वर्षों से चांदनी खेल के क्षेत्र में अपना हुनर दिखा रही है. यह मुकाम हासिल कर उन्होंने भागलपुर का नाम रौशन कर दिया है. वहीं चांदनी ने बताया कि मुझे इस मुकाम तक पहुंचाने में माता-पिता व मेरे कोच कुंदन कुमार का अहम योगदान है. जीत के भागलपुर पहुंचने पर भव्य स्वागत भी किया गया.
56 देशों के खिलाड़ी ने लिया था हिस्सा
चांदनी ने बताया कि 56 देशों के खिलाड़ी ने हिस्सा लिया था. इसमें मैंने अमेरिका व मंगोलिया को हराकर भारत को मेडल दिलाया. आगे अब ओलंपिक में जाने का सपना है. वहां से भी मेडल लेकर आऊंगी और सपने को साकार करूंगी.
कोच कुंदन कुमार ने बताया कि आगे बढ़ने में मदद करूंगा. ओलपिंक के लिए भी इसे तैयार करूंगा. वहीं चांदनी की शिक्षिका शालिनी ने बतायी कि मुझे गर्व है कि मैं चांदनी की टीचर हूं. आगे बढ़ने में जो भी मदद चाहिए, वह वो करेंगी.
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FIRST PUBLISHED : August 31, 2023, 08:55 IST