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वीटीआर, दुधवा, सुंदरवन और काजीरंगा सहित दर्जनों जंगलों में काम कर चुके वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट अभिषेक बताते हैं कि बाघों के कान के पीछे सफेद स्पॉट्स होते हैं, जिनकी आकृति आंखों की तरह ही होती है. इन स्पॉट्स के जरिए ही शिकार के समय या किसी अन्य खास परिस्थिति में मादा अपने शावकों से कम्यूनिकेट करती है.