परमजीत कुमार/देवघर. हिन्दू धर्म में राखी का पर्व बहुत ही पवित्र माना जाता है. रक्षाबंधन के त्यौहार में बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है. साथ ही भाई की लंबी उम्र के लिए भगवान से कामना भी करती है. वहीं बदले में भाई बहन की रक्षा का वचन देता है. देवघर स्थित बैद्यनाथ धाम के पुरोहित बताते हैं कि रक्षाबंधन पर भाई की कलाई पर राखी बांधने से पहले इन 4 देवताओं को राखी जरूर बांधनी चाहिए.
बैद्यनाथ धाम के प्रसिद्ध तीर्थपुरोहित सह ज्योतिषाचार्य बाबा प्रमोद श्रृंगारी ने लोकल 18 को बताया कि रक्षाबंधन का त्यौहार सावन माह की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. इस दिन बहन भाई की कलाई पर राखी बांधती है. लेकिन इससे पहले 4 देवताओं को राखी बांधना चाहिए. ऐसा करना शुभ माना जाता है.
सची ने विष्णु भगवान को बांधा था रक्षा सूत्र
मान्यता है जब देवासुर संग्राम के दौरान देवताओं की हार हो रही थी. तभी इंद्र की पत्नी सची ने देवताओं को सलाह दी कि विष्णु भगवान रक्षा सूत्र बांधा था. ताकि उनके जीवन की रक्षा हो पाए. इसलिए देवताओं को राखी बांधने से बहन की सारी मनोकामना पूर्ण होती हैं और भाई के जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है.
भगवान विष्णु को बांधे राखी
रक्षाबंधन के दिन भाई को राखी बांधने से पहले बहन को भगवान विष्णु को राखी जरूर बांधनी चाहिए. इससे जीवन में आ रही सभी समस्याएं समाप्त हो जायेगी.
शिव मंदिर में चढ़ाएं राखी
रक्षाबंधन के पर्व पर भगवान शिव को राखी बांधनी चाहिए. रक्षाबंधन सावन पूर्णिमा के दिन बनाया जाता है. सावन का महीना भगवान शिव को अतिप्रिय है. इसलिए भाई को राखी बांधने से पहले शिव मंदिर जाकर राखी अवश्य चढ़ाएं
बजरंगबली को अर्पण करें राखी
बजरंगबली भगवान शिव के ही अवतार माने जाते हैं. माना जाता है कि जब सभी देवी देवता सो जाते हैं. भगवान शिव भी कुछ समय के लिए सो जाते हैं. तब बजरंगबली ही रुद्रावतार में सृष्टि को संचालित करते हैं. बजरंगबली को राखी अर्पण करने से भाई के सभी संकटों से रक्षा होती है.
भगवान गणेश की पूजा से होगा लाभ
भगवान गणेश प्रथम पूजनीय हैं. किसी भी पूजा से पहले उन्हें स्मरण किया जाता है. उसके बाद अन्य कार्य संपन्न होते हैं. रक्षाबंधन के दिन भी राखी बांधने से पहले भगवान गणेश की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है. इसलिए भगवान गणेश को रक्षा सूत्र बांधना चाहिए. ऐसा करने से भगवान की कृपा प्राप्त होगी और जीवन में चल रही सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी.
कब है रक्षाबंधन ?
इस साल पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 30 अगस्त को 10 बजकर 12 मिनट पर हो रही है और समापन अगले दिन 31 अगस्त को सुबह 7 बजकर 45 मिनट पर. लेकिन पूर्णिमा के साथ 30 अगस्त को भद्रा भी शुरू हो रहा है. भद्रा में राखी बांधना शुभ नहीं होता है. इससे भाई-बहन की उम्र कम होती है. इस दिन भद्रा रात के 8 बजकर 58 मिनट तक रहेगा. राखी रात के समय नहीं बांधी जाती है. इसलिए इस बार रक्षाबंधन 31 अगस्त को मनाया जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : August 27, 2023, 14:02 IST