मानसूनी ट्रफ पूर्वोत्तर बिहार में उत्तर पूर्वी बंगाल की खाड़ी तक फैला हुआ नजर आ रहा है। एक चक्रवर्ती मौसम तंत्र उत्तर पूर्व और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के आसपास सक्रिय है। यही मौसम तंत्र देश भर के अलग-अलग हिस्सों में बारिश करवा सकते हैं। मौसम वैज्ञानिकों ने अनुमान जताया है कि भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, इंदौर, शहडोल, चंबल और नर्मदापुरम संभाग के मौसम में बड़ा बदलाव नजर आएगा।
सागर में जबरदस्त बारिश
शुक्रवार को प्रदेश के अधिकांश से शुष्क रह सकते हैं। गुरुवार को सुबह 8:30 से शाम के 5:30 बजे तक सागर में जबरदस्त बारिश हुई, यहां बारिश का आंकड़ा 33 मिली मीटर दर्ज हुआ। जबकि नर्मदापुरम में बूंदाबांदी बारिश ही हो सकी। इसके अलावा प्रदेश के अन्य हिस्से शुष्क रहे।
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क्या कहता है पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश का अनुमान जताया है। शहडोल, जबलपुर, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में और सतना, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, भोपाल, रायसेन, विदिशा, सीहोर, इंदौर, धार, देवास जिलों में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। इसके अलावा बैतूल, अनूपपुर, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, मंडला और छतरपुर जिलों में कहीं-कहीं गरज चमक की गतिविधि भी बन सकती है।
राजधानी भोपाल के भी बुरे हाल
आपको बता दें कि लगातार रुकी हुई बारिश के कारण राजधानी भोपाल सहित प्रदेश की आधे से अधिक जिलों की बारिश का कोटा पूरा नहीं हो सका है। राजधानी भोपाल की लाइफ लाइन मानी जाने वाली बड़ी झील भी अभी फुल नहीं हो पाई है। प्रदेश की अधिकांश बंद अभी भी फुल टैंक लेवल तक नहीं पहुंच पाए हैं।