ज्योति रानी/पलवल: देश, प्रदेश व विदेश मे अपने सुरों का जादू बिखेरने वाले गायक सुंदर वैदिक पांचाल एक छोटे से गांव वामनी खेड़ा के रहने वाले हैं. 36 वर्षीय सुंदर ने छठवीं कक्षा से गाना शुरू कर दिया था और अब वह अंतरराष्ट्रीय गायक बन चुके हैं. वह अपने स्कूल में ही बाल-सभाओं में हिस्सा लिया करते थे, फिर उन्होंने लोकगीत व जागरण में गाना शुरू किया. वह लोकगीत, भजन, रागनी गाने लगे और लोग भी उनके सुरों को पसंद करने लगे. देखते-देखते वह गायकी के सरताज बन गए.
बाबा रामदेव ने तोहफे में दी थी कार
सन 2012 में जब स्वामी रामदेव अपने आंदोलन के चलते अपनी जनसभा में होडल आए और सुंदर वैदिक ने उनके सम्मुख अपने गीत प्रस्तुत किए तो स्वामी रामदेव को उनके गीतों ने लुभा लिया. बाबा रामदेव सुंदर वैदिक को अपने साथ रामलीला मैदान दिल्ली ले गए और वहां पर सुंदर वैदिक ने मंच के माध्यम से लाखों लोगों के सामने अपनी प्रस्तुति दी. सन 2016 में फ़रीदाबाद में पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया, जिसमें मंच के माध्यम से स्वामी रामदेव के लिए एक प्रस्तुति दी. उस प्रस्तुति से प्रभावित होकर स्वामी रामदेव ने गायक सुंदर वैदिक को एक नई बोलेरो गाड़ी तोहफे में दे दी. उसके बाद गायक ने अनेकों आंदोलनों में गायकी की.
सुंदर वैदिक ने विदेशों में भी बिखेरा जलवा
देश-प्रदेश में ही नहीं, गायक सुंदर वैदिक की गायकी के सुर विदेश तक भी बिखरे हुए हैं. 2018 में दुबई में पतंजलि योग समिति के मंच पर सुंदर को लगातार पांच दिनों तक गाने का मौका मिला. वह यात्रा सुंदर की पहली विदेश यात्रा थी. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मुख बड़े मंचों पर गायकी की.
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FIRST PUBLISHED : October 8, 2023, 16:44 IST