Tik Tok Ban: फ्रांस ने चाइनीज ऐप Tik Tok पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकारी कर्मचारियों को टिक टॉक समेत अन्य मनोरंजक एप्लीकेशन को डाउनलोड न करने की सलाह दी है।
फ्रांसीसी सिविल सेवा मंत्री स्टानिस्लास गुएरिनी ने शुक्रवार को इस बाबत घोषणा जारी की है। उन्होंने कहा कि जल्द ही टिक टॉक पर प्रतिबंध के दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे।
अमेरिका में टिक टॉक के सीईओ घिरे
अमेरिकी सरकार चीनी ऐप टिकटॉक को सिक्योरिटी के लिए खतरा बताया है। वहां भी इसे पूरे देश में बैन करने की मांग तेज हो गई है। गुरुवार को टिकटॉक के सीईओ शो ची ज्यू को अमेरिकी कांग्रेस के सामने पेश होना पड़ा।
अमेरिकी सांसद ने टिकटॉक यूजर्स के डेटा प्राइवेसी, उसे चीनी सरकार के साथ शेयर करने जैसे कई सवाल किए। अमेरिकी सांसदों का कहना है कि उन्हें अधिकतर सवालों के जवाब नहीं मिले। इस दौरान में भारत में लगे प्रतिबंध को भी उठाया गया।
Pour garantir la cybersécurité de nos administrations et de nos agents publics, le @gouvernementFR a décidé d’interdire les applications récréatives comme TikTok, sur les téléphones professionnels des fonctionnaires d’État. @jnbarrot pic.twitter.com/avxtpKZ6uu
— Stanislas Guerini (@StanGuerini) March 24, 2023
ये देश पहले ही लगा चुके हैं प्रतिबंध
फ्रांस से पहले न्यूजीलैंड, यूनाइटेड किंगडम, भारत और कनाडा ने भी टिकटॉक ऐप को इस्तेमाल नहीं करने को कहा है। इन देशों में टिकटॉक पर प्रतिबंध है।
भारत की मोदी सरकार ने टिकटॉक पर साल 2020 में बैन लगा दिया था। सरकार ने 29 जून 2020 में 59 चाइनीज एप पर बैन लगाया था। यह पहली बार था जब इतनी बड़ी संख्या में सरकार द्वारा किसी मोबाइल एप पर प्रतिबंध लगाया गया हो। इस लिस्ट में पहला नाम Tiktok का था।
इसके अलावा कैमस्कैनर और पबजी (PUBG) जैसे लोकप्रिय एप्स को भी बैन किया गया था। इन एप को डाटा सुरक्षा को लेकर खतरा बताया जा रहा था।
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