सत्यम कुमार/भागलपुर. गरुड़, जिसे सनातन धर्म में भगवान का दर्जा दिया गया है. इसका भारत का सबसे बड़ा केंद्र भागलपुर में है. यह भागलपुर जिले के नवगछिया के कदवा दियारा में है. जहां झुंड में गरुड़ पहुंचते हैं और वहां प्रजन्न भी करते हैं. अब इसके संरक्षण को लेकर भागलपुर डाक विभाग के तरफ से अच्छी पहल की गई है. दरअसल, डाक विभाग ने संरक्षण के लिए अपने लिफाफे में गरुड़ का चित्रण किया गया है. इसके माध्यम से इसको बचाने की अपील की गई है.
यहां एक ही बार लिफाफे में किसी चीज का चित्रण किया जाता है. इसको लेकर अरविंद मिश्रा ने बताया कि हम लोगों के जीवन में पशु पक्षी की अहम भूमिका है. खास कर गरुड़ को भगवान का दर्जा दिया गया है. ये विलुप्त होने वाली पक्षी है. इसका संरक्षण करना हमारा कर्तव्य है. आने वाले पीढ़ी को भी इसके बारे में बता सकें, इसके लिए भी इसका संरक्षण जरूरी है. इसको लेकर हम लोगों ने डाक विभाग के साथ समन्वय बनाया, उनसे बात चीत की उसके बाद यहां के डीएफओ भरत चिंता पल्ली के द्वारा 5000 लिफाफा को छपवाया गया. जिसमें 300 लिफाफे डाक विभाग को दिए गए.
लिफाफे से पहुंचेगा गरूड़ के संरक्षण का संदेश
इसको लेकर डीएफओ भरत चिंता पल्ली ने बताया कि इससे गरुड़ संरक्षण में मदद मिलेगा. जहां भी डाक के माध्यम से ये लिफाफा पहुंचेगा. वहां पर गरूड़ के संरक्षण का संदेश पहुंचेगा. इसलिए ये पहल की गई है. इसका स्टाम्प भी गरुड़ वाला ही रहेगा. इसके लिए कई संगठन भी अब आगे आ रहे हैं. गरुड़ की रक्षा कर रहे हैं. गरूड़ की रक्षा करने वाली गरुड़ सेविका महिला सगठन को समानित भी किया गया है. कई टीम इसपर काम कर रही है.
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FIRST PUBLISHED : October 9, 2023, 18:38 IST