गाजीपुर6 घंटे पहले
गाजीपुर पिछड़ा वर्ग अधिवक्ता संघ ने सवर्णों को दिए जा रहे आरक्षण का विरोध किया है। गाजीपुर में एक बैठक करते हुए पिछड़ा वर्ग अधिवक्ता संघ के सदस्यों ने ईडब्ल्यूएस पर अपनी आपत्ति जताई। कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मौजूद अधिवक्ताओं ने कहा कि बहुत दुखद है कि आरक्षण को लेकर सदन में चंद जनप्रतिनिधियों ने विरोध किया।

वरिष्ठ अधिवक्ता रामानंद गौतम ने कहा कि सवर्ण जाति के लोगों को 10% का जो आरक्षण दिया गया है नौकरी और शिक्षा में, उसका कोई औचित्य नहीं है। जो लोग शुरू से ही 99 फ़ीसदी आरक्षण पर काबिज हैं, शिक्षित है, उनके पास नौकरियां हैं, फिर उन्हें आरक्षण देने का कोई औचित्य नहीं।
कहाकि आरक्षण उन लोगों को दिया जाता है जो वंचित है, जिनका प्रतिनिधित्व नहीं है, ऐसे लोगों को समाज में एक बराबर खड़ा करने के लिए डॉक्टर अंबेडकर और उसके पहले के लोगों ने आरक्षण की व्यवस्था किया था। यह 10 परसेंट का जो आरक्षण है वह संवैधानिक तो है लेकिन इसका औचित्य नहीं है देने का। यह एक तरह से समाज और देश के विरोध में है।
इस बैठक में प्रमुख रूप से डॉ रमाशंकर राम, राकेश कुमार, अनिल कुमार, दिनेश, राम यश यादव, स्नेही बाबू, आनंद राजभर, जवाहर और धर्मचंद यादव समेत तमाम अधिवक्ता मौजूद रहे।