Adhir Ranjan Chowdhury Statement Over Women’s Reservation Bill: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर अपने विचार व्यक्त किया। अधीर रंजन ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह जी के समय राज्यसभा में पास हुआ महिला आरक्षण बिल आज तक जीवित है। हमारी सीवीसी की बैठक में भी यह मांग की गई है कि महिला आरक्षण के बिल को पास किया जाए। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी ने महिला आरक्षण बिल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को पत्र भी लिखा था। हम महिला आरक्षण बिल को पारित करने की अपनी मांग को फिर से दोहराते हैं।”
अधीर रंजन के इस बात से स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि कांग्रेस महिला आरक्षण विधेयक के मुद्दे पर बीजेपी को अकेले सारा श्रेय नहीं देना चाहती है। क्योंकि अधीर रंजन चौधरी ने अलग-अलग सरकारों का जिक्र करते हुए कहा कि महिला आरक्षण 1989 में जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे तब स्थानीय निकायों के चुनावों में उन्होंने एक तिहाई आरक्षण महिलाओं के लिए सुनिश्चित किया था। इसके बाद कांग्रेस की सरकारों ने लगातार प्रयास किया कि महिला आरक्षण बिल पास हो और कानून बने।
अधीर रंजन चौधरी ने आगे कहा कि राज्यसभा में पास होता था तो कभी लोकसभा में नहीं होता था और जब कभी लोकसभा में पास होता तो राज्यसभा में नहीं होता था। अधीर रंजन चौधरी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष व वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी का नाम लेकर इस बिल पर अपने विचार खुले तौर पर जाहिर कर दिया है।
इसके साथ ही बता दें कि कांग्रेस के सांसद संविधान लेकर नई संसद में पहुंचें। आपको बता दें कि कांग्रेस सांसद व वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने नई संसद में अपने संबोधन में कहा कि यह संसद केवल ईंटों और गारे से नहीं बनी है। यह भारत की आत्मा है। लंबे समय से दमित राष्ट्र की आत्मा को आजादी मिलने के बाद अभिव्यक्ति मिली। उस आत्मा को आजाद ही रखा जाए।