राजशेखर ने पहले भी समिति को जवाब दिया था, जिसमें उन्होंने इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट किया था। दिल्ली विधानसभा को दिये अपने पत्र में उन्होंने दावा किया है कि उनके खिलाफ शिकायत दानिक्स अधिकारी प्रेमनाथ की एक ‘‘साजिश’’ है।
विशेष सचिव (सतर्कता) वाईवीवीजे राजशेखर ने दिल्ली विधानसभा को पत्र लिखकर अपने खिलाफ दर्ज एक शिकायत के संबंध में बयान दर्ज कराने के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) कल्याण समिति के समक्ष उपस्थित होने की इच्छा जताई है।
समिति ने राजशेखर के खिलाफ एक निलंबित दानिक्स अधिकारी की शिकायत पर संज्ञान लिया था, जिसमें उन पर लोक सेवक बनने के लिए ‘‘फर्जी’’ जाति प्रमाण पत्र का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया था।
विधानसभा सचिव को हाल में लिखे राजशेखर के पत्र में कहा गया है कि अधोहस्ताक्षरी समिति के समक्ष एक विस्तृत बयान देना चाहेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने अपनी सुविधा के अनुसार समिति की बैठक बुलाने और अपना जवाब तैयार करने के लिए एक सप्ताह का समय देने का अनुरोध किया है।
उन्होंने बताया कि अधिकारी को पहले समिति द्वारा उसके समक्ष उपस्थित होने और अपना बयान दर्ज करने के लिए नोटिस दिया गया था, लेकिन उन्होंने यह कारण बताते हुए ऐसा नहीं किया कि सेवा मामला उनका अधिकार क्षेत्र नहीं है।
राजशेखर ने पहले भी समिति को जवाब दिया था, जिसमें उन्होंने इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट किया था।
दिल्ली विधानसभा को दिये अपने पत्र में उन्होंने दावा किया है कि उनके खिलाफ शिकायत दानिक्स अधिकारी प्रेमनाथ की एक ‘‘साजिश’’ है।
इस मामले पर प्रेमनाथ की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है।
आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक मदन लाल की अध्यक्षता में ओबीसी कल्याण समिति की तीन सदस्यीय उप-समिति ने पिछले महीने राजशेखर के ओबीसी प्रमाण पत्र के बारे में जांच-पड़ताल करने के लिए आंध्र प्रदेश में उनके गृहनगर अंकापल्ली का दौरा किया था।
हालांकि समिति बिना किसी सफलता के वापस लौट आई थी।
राजशेखर दिल्ली सरकार के सतर्कता निदेशालय में विशेष सचिव के रूप में तैनात हैं।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली सरकार के सतर्कता निदेशालय ने राजशेखर की सेवा पुस्तिका के पहले पन्ने के साथ-साथ उनके ओबीसी प्रमाण पत्र की एक प्रति विधानसभा सचिवालय को भेज दी है।
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