त्रिशूल: चीन-पाक सीमा पर आज से गरजेंगे राफेल-मिराज, 10 दिन चलेगा युद्धाभ्यास

नई दिल्‍ली. देश की राजधानी दिल्‍ली में जी20 आयोजन से पहले आज से भारतीय वायुसेना चीन-पाकिस्‍तान की सीमा पर वार्षिक युद्धाभ्‍यास शुरू करेगी. वायुसेना का ‘त्रिशुल’ नामक यह युद्धाभ्‍यास अगले 10 दिन तक चलेगा, जिसमें एक नहीं बल्कि दो मोर्चो पर जंग लड़ने की तैयारी सेना करती नजर आएगी. पाकिस्‍तान और चीन से सटी सीमाओं पर भारत के राफेल विमान दहाड़ लगाते नजर आएंगे.  वायुसेना के गरुड़ कमांडो फोर्स के विशेष जवान इस पूरे युद्धभ्‍यास को अंजाम देंगे.

भारत की उत्‍तरी सीमा पर 1,400 किलोमीटर के क्षेत्र में यह अभ्‍यास किया जाएगा. पंजाब सहित जम्‍मू कश्‍मीर, लद्दाख, उत्‍तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के क्षेत्रों में त्रिशुल युद्धाभ्‍यास होगा. वायुसेना के जवान 14 सितंबर तक युद्ध की तमाम बारीकियों का अभ्‍यास करेंगे. इस दौरान राफेल के अलावा सुखोई- और मिराज-2000 जैसे लड़ाकू विमान भी मौजूद रहेंगे.

चिनूक और अपाचे सहित भारी-भरकम परिवहन विमान और हेलिकॉप्टर भी सैन्य अभ्यास में भाग लेंगे. एएनआई ने बताया कि गरुड़ विशेष बल भी इस सैन्य अभ्यास का हिस्सा हैं, जहां वायु शक्ति के सभी तत्वों का अभ्यास किए जाने की संभावना है. रिपोर्ट के अनुसार, यह अभ्यास 4 से 14 सितंबर तक होगा, जो 9-10 सितंबर को होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन के साथ ओवरलैप होगा. प्रशिक्षण अभ्यास लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और पंजाब सहित उत्तरी क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा.

तरंग शक्ति  में 6 देशों की वायु सेनाएं भाग लेंगी
नवीनतम घोषणा तब आई है जब भारतीय वायुसेना अक्टूबर-नवंबर में तरंग शक्ति नामक एक बहुपक्षीय अभ्यास करने की योजना बना रही है. इस अभ्यास में फाइटर जेट, सैन्य परिवहन विमान, हवा में ईंधन भरने वाले विमान और एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AWACS) एयरक्राफ्ट की भी भागीदारी देखी जाएगी. इस आयोजन में कुल छह देशों की वायु सेनाएं भाग लेंगी, जबकि कई अन्य देशों की वायु सेनाएं पर्यवेक्षक के रूप में भाग लेंगी. इस अभ्यास में भारत के अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया की वायु सेनाओं के भाग लेने की संभावना है.

भारतीय वायुसेना द्वारा हाल के प्रमुख अभ्यास
भारतीय वायु सेना ने इससे पहले ग्रीस के एंड्राविडा हवाई अड्डे पर हेलेनिक एयरफोर्स द्वारा आयोजित INIOCHOS अभ्यास में भाग लिया था. अप्रैल में, इसने कोप इंडिया 2023 बैनर के तहत अमेरिका के साथ एक संयुक्त सैन्य अभ्यास किया. यह अभ्यास देश के तीन ठिकानों- कलाईकुंडा, पानागढ़ और आगरा में आयोजित किया गया. इस द्विपक्षीय अभ्यास में 4 यूएस F-15E स्ट्राइक ईगल फाइटर जेट, दो C-130J स्पेशल ऑपरेशन विमान और एक C-17 हेवी-लिफ्टर शामिल थे. भारतीय वायुसेना के विमानों में Su-30s, राफेल, जगुआर, तेजस हल्के लड़ाकू विमान, C-17s और C-130Js शामिल थे.

Tags: Iaf rafale, Indian air force

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