बरेली7 घंटे पहले
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बरेली विश्वविद्यालय में ताइवान से आए मेहमान, बरेली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केपी सिंह, रजिस्ट्रार डॉ राजीव कुमार और अन्य।
महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली में ताइवान से तीन सदस्य टीम पहुंची। जहां विदेशी मेहमानों ने विश्वविद्यालय कैंपस में डीन, डायरेक्टर कॉर्डिनेटर व विभागाध्यक्क्षों के साथ एक अहम मीटिंग भी की l
ताइवान से आई टीम में पीटर एल व्हाय चैन, डायरेक्टर, एजुकेशन डिवीजन TECC- Taipai economic and cultural center in India, ली वाई चैन दीन ऑफिस ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स एसोसिएट प्रोफेसर, लियांग इन कू डिसेक्शन सेंटर फॉर यूनिवर्सिटी सोशल रिस्पांसिबिलिटी नेशनल फारमोसा यूनिवर्सिटी एवं लियांग इन कू डिसेक्शन सेंटर फॉर यूनिवर्सिटी सोशल रिस्पांसिबिलिटी नेशनल फारमोसा यूनिवर्सिटी शामिल थे रहे।
ताइवान के शिक्षक विश्वविद्यालय में पढ़ाएंगे
अक्टूबर 2021 में विश्विद्यालय ने एजुकेशन डिवीजन TECC के साथ तीन वर्ष के लिए एक (करार) किया था जिसके अंतर्गत ताइवान से एक टीचर विश्वविद्यालय में संचालित होने वाले मेंडरीन- चाइनिज भाषा के पाठ्यक्रम को पढ़ाने के लिए आयेंगे l
कार्यक्रम में डॉ अनीता त्यागी ने सेंटर आफ एकसीलेंस फार मल्टीलीगल स्टडीज, मानविकी विभाग में स्वीकृत किए गए 9 भाषाओं के 18 पाठ्यक्रमों की जानकारी देते हुए, इस वर्ष से प्रारंभ हुए नए 8 पाठ्यक्रमों के बारे में जानकारी दी।
नई भाषाओं में कोर्स शुरु
डॉक्टर त्यागी, कॉर्डिनेटर, मल्टीलींगुअल स्टडीज़ एंड हेड डिपार्टमेंट ऑफ़ ह्युमानिटीज़ ने बताया कि इस वर्ष विश्वविद्यालय के मानविकी विभाग ने मैंडरिन-चाइनीस ,जर्मन और फ़्रेंच भाषाओं के 2 सेमेस्टर के चार डिप्लोमा कोर्स शुरू किए हैं l इसके साथ एक सेमेस्टर के इंग्लिश भाषा के दो सर्टिफिकेट कोर्स और चार सेमेस्टर के पाली और फंक्शनल हिन्दी के दो पीजी डिग्री कोर्स भी प्रारंभ किए गए हैं l डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स में बारहवीं पास छात्र व छात्राएं एडमिशन ले सकती हैं l

ताइवान से आई टीम के सदस्य।
कार्यक्रम में ताइवान से आए TECC के डायरेक्टर ने बहुत ही विस्तार से मेंडरीन चाइनीज़ भाषा की विश्व स्तरीय आवश्यकताओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मेंडरीन चाइनीज़ भाषा को समझने और बोलने वाले छात्र छात्राओं के पास देश और विदेश में कई नौकरी के अच्छे अवसर उपलब्ध हैं।
अलग अलग देशों में है भाषा की डिमांड
इस भाषा को जानने वाले लोगो की ज़रूरत आज कई देशों में है l चाइना और भारत के बढ़ते व्यापार की दृष्टि से भी ये भाषा बहुत महत्वपूर्ण है l बरेली विश्वविद्यालय के साथ हुए करार के अन्तर्गत यहां मण्डरीन चाइनीज़ भाषा को पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को ताइवान देश में कई तरह की स्कालरशिप और वहां रहकर ताइवान कल्चर को समझने के बहुत अवसर ताइवान सरकार उपलब्ध करवाती है और इस विश्वविद्यालय के छात्रों को फ्री में एक से तीन महीने तक वहां रहने का अवसर भी उपलब्ध है l
विश्वविद्यालय के मानविकी विभाग की विभागाध्यक्ष ने बताया कि विभाग में संचालित मल्टीलींगुअल स्टडीज़ सेंटर में मण्डरीन चाइनीज़ कोर्स को पढ़ाने के लिए ताइवान से बहुत ही शीघ्र ताइवानी शिक्षक आ रहे हैं l विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो केपी सिंह, कुलसचिव डॉ. राजीव कुमार, और अन्य सभी मौजूद रहे।