डीमैट अकाउंट्स की संख्या 2022-23 में बढ़कर 10 करोड़ हुई: निर्मला सीतारमण ने कहा- म्यूचुअल फंड और SIPs​​​​​​​ रजिस्ट्रेशन भी रिकॉर्ड तेजी से बढ़ रहे

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मुंबई7 घंटे पहले

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यूनियन फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने आज मंगलवार (5 सितंबर) को ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2023 में कहा कि पिछले कुछ सालों में भारत के फाइनेंशियल इकोसिस्टम ने बड़ी ग्रोथ दर्ज की है। निर्मला सीतारम ने यह भी बताया कि भारत ने पिछले चार फाइनेंशियल ईयर में कैसे वेल्थ यानी संपत्ति बनाई है।

मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2023 के इनोग्रेशन में निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘एक समय था जब कन्वेंशन फाइनेंशियल एक्टिविटीज फाइनेंशियल इकोसिस्टम की बैकबोन थीं, लेकिन आज फिनटेक एक अधिक मजबूत और डायनेमिक फाइनेंशियल इंक्लूजन टूल बन गया है।’

डीमैट अकाउंट्स की संख्या 2022-23 में बढ़कर 10 करोड़ हुई
निर्मला सीतारमण ने कहा कि डीमैट अकाउंट्स की संख्या 2019-20 में 4.1 करोड़ से 2.5 गुना बढ़कर 2022-23 में 10 करोड़ हो गई है। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी बताया कि अब रिकॉर्ड संख्या में म्यूचुअल फंड और SIPs रजिस्टर्ड किए जा रहे हैं, जो वेल्थ बनाने में मदद करते हैं।

फाइनेंस मिनिस्टर ने कहा, ‘भारत के टॉप-30 शहरों से आमतौर पर फॉर्मल सेविंग्स में आगे रहने की उम्मीद की जाती है। हालांकि, पिछले चार सालों में टोटल म्यूचुअल फंड इकोसिस्टम में टॉप-30 शहरों को छोड़कर अन्य शहरों की हिस्सेदारी 15% से बढ़कर 26% हो गई है। इसलिए यह 30 से ज्यादा शहर हैं, जो भारत के फाइनेंशियल इकोसिस्टम में योगदान दे रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि SIPs जैसे इंस्ट्रूमेंट्स वेल्थ-क्रिएशन के अवसर का डेमोक्रिटाइजिंग कर रहे हैं।

क्रिप्टोकरेंसी से उत्पन्न खतरों का मुकाबला करने के लिए फ्रेमवर्क जरूरी
निर्मला सीतारमण ने भारत का रुख दोहराया कि वह ग्लोबल यानी वैश्विक सहयोग चाहता है और क्रिप्टोकरेंसी जैसे क्षेत्रों से उत्पन्न खतरों का मुकाबला करने के लिए एक फ्रेमवर्क यानी रूपरेखा आवश्यक है। उन्होंने कहा, ‘जब तक आप वैश्विक सहयोग के लिए नहीं जाते, आपको एक जिम्मेदार फाइनेंशियल इकोसिस्टम नहीं मिलेगा जो इसे रेगुलेट भी कर सके। वर्तमान में भारत में क्रिप्टो एसेट्स अनरेगुलेटेड हैं।

फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस सुनिश्चित करें कि कस्टमर्स नॉमिनीज रजिस्टर करें
केंद्रीय वित्त मंत्री ने बैंकों और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस से यह सुनिश्चित करने को भी कहा है कि उनके कस्टमर्स अपने नॉमिनीज को रजिस्टर करें, जिससे अनक्लेम्ड मनी की मात्रा को कम करने में मदद मिल सके।

वित्त मंत्री ने कहा, ‘मैं चाहती हूं कि बैंकिंग सिस्टम, फाइनेंशियल इकोसिस्टम, म्यूचुअल फंड्स और शेयर मार्केट्‌स…हर कोई यह ध्यान रखे कि जब कोई अपने ग्राहक के पैसे का लेनदेन करता है, तो ऑर्गेनाइजेशन को उसके भविष्य के बारे में सोचना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि ग्राहक अपने नॉमिनीज यानी उत्तराधिकारी को रजिस्टर करें और उनका नाम-पता व अन्य डिटेल्स दें।’

सभी टैक्स स्लैब में टैक्स फाइलिंग में न्यूनतम तीन गुना ग्रोथ देखी गई है
सीतारमण ने अगस्त के लिए हाल ही में जारी इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) डेटा के महत्व पर जोर दिया और इस बात पर प्रकाश डाला कि सभी आय वर्गों में टैक्स फाइलिंग में ग्रोथ हुई है। उन्होंने कहा कि सभी टैक्स स्लैब में टैक्स फाइलिंग में न्यूनतम तीन गुना ग्रोथ देखी गई है, कुछ में तो चार गुना ग्रोथ भी रही है।

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