झूठ बोलना भी एक बीमारी: अपने आपको बड़ा साबित करने के लिए अनचाहे में ऐसा करते हैं लोग

अमेरिका3 घंटे पहले

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क्लस्टर बी पर्सनैलिटी डिसऑर्डर से पीड़ित हो रहे हैं लोग, थैरेपी लेना जरूरी।

झूठ बोलना भी एक बीमारी है। दुनिया में कुछ ऐसे लोग हैं, जो अनजाने में कई बार झूठ बोलते हैं। इसके चलते कई लोग परेशान हैं, और कई की तो तलाक होने की नौबत आ चुकी हैं। ऐसा ही एक मामला है अमेरिका के थिएटर आर्टिस्ट और प्रोड्यूसर क्रिस्टोफर मसीमाइन का। उन्हें झूठ बोलने की आदत है। जिससे वे परेशान हैं। इसकी वजह से उनकी नौकरी चली गई और तलाक की नौबत आ गई।

उनके झूठ बोलने का दायरा बहुत बड़ा है। एक बार वे दावा कर चुके है कि उन्होंने एवरेस्ट फतेह कर लिया है, जबकि उस समय वे कंबोडिया के होटल में बैठे थे। व्हाइट हाउस में अवॉर्ड मिलने का दावा भी वे कर चुके हैं। वे अपनी झूठ बोलने की बीमारी का इलाज कर रहे डॉक्टर से भी झूठ बोल देते हैं। 36 वर्षीय क्रिस्टोफर का कहना है कि वे झूठ बोलने वाले जालसाज नहीं हैं, बल्कि मानसिक रूप से बीमार हैं।

क्रिस्टोफर को ‘क्लस्टर बी पर्सनैलिटी डिसऑर्डर’ है, इस सिंड्रोम में व्यक्ति दूसरों का ध्यान आकर्षित करने के लिए झूठ बोलता है। उनकी पत्नी मैगी कहती हैं कि उन्हें समझ नहीं आता था कि क्रिस्टोफर कब झूठ बोल रहे हैं और कब सच। ऐसे में उन्होंने कई बार तलाक लेने का सोचा। क्रिस्टोफर बचपन से ही झूठ बोल रहे हैं। जब दूसरी कक्षा में गणित में अच्छे अंक नहीं आए तो घरवालों का ध्यान भटकाने के लिए उन्हांेंने झूठ बोला।

अमेरिका के 5.3% लोग दिनभर में 15 बार झूठ बोलते है
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मिशिगन यूनिवर्सिटी के सर्वे में सामने आया कि अमेरिका के 5.3% लोग दिन भर में औसत 15 बार झूठ बोलते हैं। कई तो नेता या दुकानदार होने की वजह से झूठ बोलते हैं। वहीं कई बिना किसी स्पष्ट कारण के झूठ बोलते हैं। हालांकि थेरेपी की मदद से इन लोगों की हालत ठीक हो सकती है।

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